स्थान नैनीताल।
रिपोर्ट ललित जोशी।
नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल व उसके आसपास ही नही अपितु पूरे भारत में करवा चौथ के अवसर पर महिलाओं में खासा उत्साह रहा।
पति की लंबी आयु की कामना के लिए भगवान गणेश की पूजा की जाती है, और महिलाएं यथा सम्भव दिन भर उपवास के साथ निर्जल व्रत भी करती हैं और रात्री में चंद्र दर्शन के उपरांत अपने पति के हाथ से पानी पीकर व्रत तोड़ती हैं।
उक्त जानकारी डॉ हिमांशु पांडे ने दी उन्होंने बताया
इसमें सात भाइयों की बहन विरावती की कथा भी कही सुनी जाती है,। जिसमें उन्होंने अपनी बहन को प्यासा देख कर पेड़ में दिया दिखाकर व्रत तुड़वा दिया, जिसके पश्चात उसके पति की मृत्यु हो गई, लेकिन इंद्राणी ने उसे करवा चौथ व्रत करने का विधान बताया जिससे उसका पति पुनः जिवित हो गया।
डॉ हिमांशु पांडे ने कहा नैनीताल और पर्वतीय अंचल में महिलाये इसी प्रकार अपने सुहाग की रक्षा के लिए वट सावित्री का व्रत भी करती हैं।करवा चौथ व्रत के दिन सुहागिन महिलाएं भजन आदि गाते हुए माँ की आराधना करते हुए एक दूसरे को अपनी सजी हुई थाली देती रहती है।