ऋषिकेश: एक तरफ उत्तराखंड में अंकिता भंडारी को लेकर न्याय की मांग चल रही है, तो दूसरी तरफ केदार भंडारी का मामला भी गरमा रहा।
कोटद्वार में अग्निवीर भर्ती में शामिल होकर लौटा 19 साल का केदार भंडारी ऋषिकेश से लापता चल रहा है। अबतक केदार भंडारी का कोई भी सुराग नहीं मिल पाया है। केदार के पिता का आरोप है कि उनका बेटा पुलिस कस्टडी से गायब हुआ है। उत्तरकाशी जिले के धौंतरी पट्टी के चौड़ियाट गांव के रहने वाले केदार भंडारी के पिता लक्ष्मण सिंह ने अपने लापता बेटे केदार भंडारी को खोजने की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा है कि उनके बेटे को लापता हुए डेढ़ महीने से अधिक हो गया है उसके बावजूद भी उनके बेटे का कोई सुराग नहीं मिल सका है। उन्होंने अपने बेटे के गायब होने के लिए तपोवन पुलिस चौकी और लक्ष्मण झूला थाना पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। इसके साथ ही उन्होंने केस दर्ज किए जाने की मांग भी उठाई है।
वहीं, लापता बेटे के पिता की मदद के लिए आगे आए लोगों ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। उत्तरकाशी के लक्ष्मण सिंह (केदार भंडारी पिता) ने बताया कि उनका 19 वर्षीय बेटा केदार सिंह बीती 18 अगस्त को अग्निवीर भर्ती के लिए कोटद्वार गया था। जो 21 अगस्त को वहां से वापस आकर अपने साथियों के साथ तपोवन क्षेत्र के लक्ष्मण झूला के पास स्थित होटल में रुका था 22 अगस्त को पुलिस ने उनके बड़े बेटे को फोन करके बताया कि केदार सिंह तपोवन पुलिस चौकी में बंद है। जब वो पुलिस चौकी पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि यहां कोई केदार सिंह बंद नहीं है और उसी दिन शाम को लक्ष्मण झूला थाना पुलिस ने सूचना दी कि उनका बेटा गंगा में डूब गया है और गोताखोर उसे खोज रहे हैं, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पा रहा है। केदार भंडारी के घरवालों ने पुलिस पर उनको गुमराह करने का आरोप लगाया है। केदार भंडारी के पिता ने उनके बेटे को ढूंढने की गुहार लगाई है मगर Kedar Bhandari Case में Uttarakhand police प्रशासन लापरवाही बरत रहा है।