इंग्लैंड और पाकिस्तान आईसीसी विश्वकप के फाइनल में रविवार को उसी मैदान पर आमने-सामने होंगे, जहां तीस वर्ष पहले एक-दूसरे से भिड़े थे। 25 मार्च 1992 को उस वक्त वनडे विश्वकप का फाइनल था। इस बार 13 नवंबर को टी-20 का खिताबी मुकाबला है। इमरान खान की कप्तानी में ग्राहम गूच की टीम इंग्लैंड को पाकिस्तान ने 22 रन से हराकर अपना पहला विश्व खिताब जीता था। इस बार इंग्लैंड या पाकिस्तान में से जो भी टीम जीतेगी, उसका यह तीसरा विश्व खिताब होगा। इससे पहले दोनों ही टीमें एक-एक वनडे और एक-एक टी-20 विश्वकप जीत चुकी हैं।
हालांकि, मौसम विभाग ने फाइनल वाले दिन बारिश का अनुमान जताया है। यदि बारिश न हुई तो यह पक्का है कि क्रिकेट प्रशंसकों को फाइनल में रनों की बारिश देखने को मिल सकती है। ग्रुप चरण में भारत और जिम्बाब्वे से हार के बाद पाकिस्तान ने जबरदस्त वापसी की। साथ ही नीदरलैंड की दक्षिण अफ्रीका पर जीत से किस्मत के सहारे नॉकआउट चरण में पहुंची पाकिस्तान ने मौके का फायदा उठाया है। सेमीफाइनल में खिताब की प्रबल दावेदार न्यूजीलैंड को शिकस्त दी।
दूसरी ओर इंग्लैंड ने भी ग्रुप चरण में आयरलैंड जैसी कमजोर टीम से हारने के बाद वापसी की है। दोनों ही टीमें सुपर 12 के अपने-अपने ग्रुप में दूसरे नंबर पर रहीं थी। सेमीफाइनल में पहले नंबर की भारत और न्यूजीलैंड को हराकर फाइनल में पहुंची हैं। दुनिया की दूसरे नंबर की इंग्लैंड और तीसरे नंबर की पाकिस्तान की टीमें इस वक्त जबरदस्त फॉर्म में हैं। दोनों ही टीमों में कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है।
बाबर और बटलर के पास इतिहास रचने का मौका
पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम महान क्रिकेटर इमरान खान (1992 वनडे विश्वकप के विजेता कप्तान) और यूनिस खान (2009 टी-20 विश्वकप के विजेता कप्तान) की सूची में अपना नाम भी दर्ज कराना चाहेंगे। लीग मैच में रन नहीं बनाने वाले बाबर ने सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ अर्धशतक लगाकर लय हासिल की है।
दूसरी ओर, इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर गजब की फॉर्म में हैं। उन्होंने सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ एलेक्स हेल्स के साथ मिलकर नाबाद 170 रन की साझेदारी की थी। भारतीय टीम को करारी शिकस्त देने वाले जोस बटलर 30 वर्ष पहले इंग्लैंड को वनडे विश्वकप में पाकिस्तान से मिली हार का बदला इसी मैदान में ही चुकता करना चाहेंगे। बटलर भी पॉल कॉलिंगवुड (2010 टी-20 विश्वकप के विजेता कप्तान) और इयोन मोर्गन (2019 वनडे विश्वकप के विजेता कप्तान) की फेहरिस्त में अपना नाम दर्ज कराना चाहेंगे।
वेस्टइंडीज के क्लब में शामिल होगी विजेता टीम
इंग्लैंड या पाकिस्तान में से जो भी टीम खिताब जीतेगी वह वेस्टइंडीज के क्लब में शामिल हो जाएगी। इससे पहले वेस्टइंडीज ही दो बार टी-20 का विश्वकप जीती है। विंडीज ने 2012 और 2016 में यह खिताब जीता था।
1992 विश्वकप जैसी परिस्थितियां
इस विश्वकप में भी पाकिस्तान के लिए 1992 के विश्वकप जैसी परिस्थितियां निर्मित हुई हैं। इस बार नीदरलैंड की दक्षिण अफ्रीका पर जीत के सहारे पाकिस्तान सेमीफाइनल में पहुंचा है, तो 30 वर्ष पहले ग्रुप मैच में पाकिस्तान की टीम सिर्फ 74 रन पर आउट हुई थी। इंग्लैंड की टीम बारिश की वजह से बल्लेबाजी नहीं कर पाई। इससे एक-एक अंक दोनों टीमों में बंट गया। यही एक अंक पाकिस्तान के लिए वरदान साबित हुआ। नौ अंक के सहारे पाकिस्तान की टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई। अंतिम चार में पाक का मुकाबला इस बार की तरह न्यूजीलैंड से था। दोनों ही बार पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड को हराकर फाइनल में जगह बनाई है।
टी-20 में इंग्लैंड का पलड़ा भारी
टी-20 विश्वकप में पाकिस्तान और इंग्लैंड इससे पहले दो बार आमने-सामने हुए हैं। दोनों ही बार 2009 और 2010 में इंग्लैंड ने जीत दर्ज की थी। टी-20 की बात करें तो दोनों देशों के बीच कुल 28 मैच हुए हैं। इनमें इंग्लैंड ने 18 (एक मैच टाई होने पर ओवर एलिमिनेशन से जीता) और पाकिस्तान ने नौ बार जीत दर्ज की है, जबकि एक मैच का कोई परिणाम नहीं निकला है। विश्वकप से पहले इंग्लैंड ने सात मैचों की टी-20 सीरीज में पाकिस्तान को उसी के घर में 4-3 से शिकस्त दी थी।
दोनों टीमों में कड़ा मुकाबला
इंग्लैंड की ताकत
- ओपनर जोस बटलर और एलेक्स हेल्स जबरदस्त फॉर्म में हैं। इसके अलावा इंग्लैंड के पास बेन स्टोक्स, लियाम लिविंग स्टोन, मोइन अली जैसे धुरंधर ऑलराउंडर हैं।
- गेंदबाजी में सैम कुरेन लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, विशेषकर डेथ ओवरों में। कुरेन ने अब तक 17 से 20 ओवर के बीच 40 गेंद फेंकी हैं। इनमें 34 रन देकर सात विकेट लिए हैं। आदिल राशिद स्पिन में बेहतरीन हैं।
कमजोरी
- डेविड मलान और मार्क वुड के खेलने पर संशय है। मार्क वुड की जगह शामिल किए गए क्रिस जॉर्डन उतने प्रभावी नहीं है। उन्होंने भले ही सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ तीन विकेट लिए थे लेकिन सबसे ज्यादा 43 रन दिए थे।
- शीर्ष क्रम के असफल होने पर हैरी ब्रुक और फिल साल्ट को ज्यादा बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला है।
पाकिस्तान की मजबूती
- पाकिस्तान की सबसे बड़ी ताकत शाहीन शाह आफरीदी की अगुवाई में हैरिस रउफ और नसीम शाह तेज गेंदबाजी काे धार देते हैं। शादाब खान गेंदबाजी और बल्लेबाजी में उपयोगी साबित हो रहे हैं।
- ग्रुप चरण में नहीं चलने वाले ओपनर मोहम्मद रिजवान और बाबर आजम ने सेमीफाइनल में जबरदस्त वापसी की। मध्यक्रम में मोहम्मद हैरिस ने सबको प्रभावित किया है। शान मसूद भी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
कमजोरी
- पाकिस्तान की टीम की सबसे बड़ी कमजोरी उसके खेल में निरंतरता नहीं है। शुरुआती बल्लेबाजों के आउट होने पर विकेटों का पतझड़ लग जाता है।
- टी-20 विश्वकप में पाकिस्तान की टीम अब तक एक बार भी इंग्लैंड से नहीं जीत सकी है। मोहम्मद नवाज अब तक गेंद और बल्ले दोनों से ही कमाल नहीं कर सके हैं।
आज ये बन सकते हैं रिकॉर्ड
- 44 रन बनाते ही बेन स्टोक्स के अंतरराष्ट्रीय टी-20 में 3000 रन पूरे हो जाएंगे।
- तीन विकेट लेते ही शादाब खान के अंतररराष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट में 100 विकेट हो जाएंगे। इसके साथ ही 44 रन बनाते ही उनके 500 रन पूरे हो जाएंगे। उन्होंने अब तक 84 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच खेले हैं।
- इंग्लैंड के खिताब जीतने पर कोच मैथ्यू मोट दुनिया के पहले कोच होंगे, जिनके मार्गदर्शन में एक ही साल में टीमों ने दो विश्वकप जीते हैं। इससे पहले इस वर्ष ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम ने अप्रैल में न्यूजीलैंड के हुए 50 ओवर के विश्व खिताब को जीता था।
दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग-11
पाकिस्तान: बाबर आजम (कप्तान), मोहम्मद रिजवान (विकेटकीपर), मोहम्मद हारिस, शान मसूद, इफ्तिखार अहमद, मोहम्मद नवाज, शादाब खान, शाहीन अफरीदी, हारिस रऊफ, मोहम्मद वसीम जूनियर, नसीम शाह।
इंग्लैंड: जोस बटलर (कप्तान, विकेटकीपर), एलेक्स हेल्स, फिल साल्ट, बेन स्टोक्स, लियाम लिविंगस्टोन, मोईन अली, हैरी ब्रुक, सैम करन, क्रिस वोक्स, क्रिस जॉर्डन, आदिल रशीद।