श्रद्धा मर्डर केस : क्या Psychopath था आफताब , कैसे पता करें कहीं आपका पार्टनर Psychopath तो नही ।

Spread the love

Psychopath Signs: दिल्ली के 5 महीने पहले पूराने मामले में कुछ खुलासे हुए हैं जिसने सबको चौंका दिया है। बता दें दिल्ली पुलिस ने मई 2022 में हुए एक मर्डर केस को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक, आफताब अमीन पूनावाला नाम के एक शख्स ने अपनी गर्लफ्रेंड श्रद्धा वाकर की बेरहमी से हत्या कर दी। आफताब और श्रद्धा रिलेशनशिप में थे और आफताब ही उसे मुंबई से दिल्ली लेकर आया था। लेकिन बाद में जब दोनों की आपस में नहीं बनी तो आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर दी और उसके शव के 35 टुकड़े करके दिल्ली के अलग-अलग ठिकानों पर फेंक दिया। इस मामले में यहां भी सवाल उठ रहे हैं की आफताब अमीन पूनावाला मानसिक तौर पर स्वस्थ था या नहीं? आज हम आपको बताएंगे की व्यक्ति ये कैसे समझ सकता है कि उसका पार्टनर मानसिक तौर पर स्वस्थ है या नहीं?

‘साइकोपैथ’ का मतलब क्या होता है

‘साइकोपैथ’ एक बीमारी नहीं है। हम ‘साइकोपैथ’ शब्द उन लोगों के लिए यूज करते हैं जिसका व्यवहार सामाजिक मानदंडों पर सही नहीं साबित होता। हमने बहुत बार ये शब्द फिल्मों में सुना होगा। कई बार हमने किताबों में पढ़ा होगा।साइकोपैथ से मिली जुली बीमारी है एंटीसोशल पर्सनेलिटी डिसॉर्डर (ASPD) भी है। ASPD एक मानसिक विकार है, जिसमें लोगों को सही या गलत, सहानुभूति, या अन्य लोगों की भलाई समझ में नहीं आती। ऐसे लोग मानवीय भावनाओं को नहीं समझते हैं। विश्वास, समझ, प्यार आदि उनके लिए सरल शब्द हैं। उनमें भावनाएं नहीं हैं। 

दूसरों को हानि 

ऐसे लोगों में भावना की कमी होती है। ऐसे लोग किसी को भी कभी भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इतना बड़ा कदम उठाने के बाद भी इन लोगों को कभी अफसोस नहीं होता। ‘साइकोपैथ’ लोगों में अपराध में शामिल होने की संभावना अधिक होती है।

बार-बार झूठ बोलना

इन लोगों को छोटी-छोटी बातों के बारे में झूठ बोलने की आदत होती है। ऐसे लोग बार-बार और पुराना झूठ को बचाने के लिए नया झूठ बोलते हैं। ऐसे लोग सिर्फ ऐसी चीजें चाहते हैं जो उन्हें लाभान्वित करती है, इसलिए वे झूठ बोलते हैं और अपना रास्ता बनाते हैं।

ऐरोगेंस

‘साइकोपैथ’ लोग बहुत ऐरोगेंस होता हैं। ऐसे लोग कभी भी अपनी ताकत और उपलब्धियों के लिए आभारी नहीं होते।इन लोगों को किसी और से ज्यादा मायने नहीं होता हैं और अपने आत्म-मूल्य के बारे में बात करते रहते हैं। जब आप अपनी उपलब्धियों के बारे में बात करते हैं तो वे असहज महसूस करते हैं।

नहीं होते ज़्यादा दोस्त 

एंटीसोशल पर्सनेलिटी डिसॉर्डर से पीड़ित लोगों को दोस्त बनाना नामुमकिन हो जाता है। क्योंकि ऐसे लोगों को सिर्फ खुद से मतलब होता है। इन लोग किसी से रिश्ता भी नहीं निभा पाते। ऐसे लोग किसी के साथ मिलकर काम नहीं कर सकते, क्योंकि उन्हें दूसरों पर अथॉरिटी चाहिए होती है।

वे सिर्फ अपने फायदे के लिए काम करते हैं

ASPD से पीड़ित लोग सिर्फ अपने फायदे के लिए काम करते हैं। इन लोगों को अपने प्रियजन या परिवार वालों से भी मतलब नहीं रहता है। इस वजह से वे अपने पार्टनर या परिवार वालों से भी झूठ बोल देते हैं। इस तरह के स्वभाव की वजह से उनके रिश्ते में दुर्व्यवहार बढ़ते जाता

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *