देहरादून के पटेलनगर कोतवाली क्षेत्र के मेहूंवाला में सोमवार देर रात दो पक्षों के बीच हुए विवाद में अंधाधुंध फायरिंग हुई। गनीमत रही कि किसी को भी गोली नहीं लगी। हालांकि, फायरिंग के दौरान क्षेत्र में अफरातफरी मच गई। क्षेत्रवासियों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। आरोप है कि पुलिस के पहुंचने से पहले फायरिंग करने वाले युवक फरार हो गए। एक पक्ष की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामले में जानलेवा हमला करने के आरोप में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पटेलनगर कोतवाली इंस्पेक्टर सूर्यभूषण नेगी ने बताया कि ये घटना सोमवार देर रात शिमला बाईपास रोड पर मेहूंवाला की है। अनुज निवासी देहराखास का आरोप है कि रात करीब 10 बजे वह अपने दोस्त के साथ चंद्रबनी में खड़ा था। इस दौरान चार-पांच लड़के वहां पहुंचे और लाठी-डंडे लेकर उसकी पिटाई करने लगे। जैसे-तैसे अनुज अपने साथी संग वहां से बचकर करीब 11:45 बजे महूंवाला स्थित एक पेट्रोल पंप पर पहुंचा। आरोप है कि इस दौरान दो कारों में सवार शौंकी, विक्की, हर्ष, प्रशांत और नवजोत हाल निवासी चंद्रबनी अपने अन्य साथियों संग उक्त पेट्रोल पंप के पास पहुंचे। यहां कार सवार लोगों ने उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। दोनों ने किसी तरह गाड़ियों के पीछे छिपकर जान बचाई। अलग-अलग असलहों से 10 से ज्यादा बार फायरिंग के बाद आरोपी फरार हो गए। गोलियां पीड़ित की कार में लगीं। मौके पर खोखे भी पड़े हुए मिले।
एक-दूसरे को नीचा दिखाने के लिए चल रहा है विवाद
इंस्पेक्टर सूर्यभूषण सिंह नेगी ने बताया कि ये दोनों पक्ष दून के एक विश्वविद्यालय में एक साथ पढ़ते थे। कॉलेज के समय से ही दोनों पक्षों के बीच जूनियर-सीनियर को लेकर विवाद चल रहा है। इंस्पेक्टर ने बताया कि दोनों पक्षों में एक-दूसरे को नीचा दिखाने को लेकर संघर्ष चलता रहता है। एक पक्ष कार खरीदता है तो दूसरा पक्ष उससे महंगी कार खरीद लेता है। ये सभी युवक मूल रूप से मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के रहने वाले हैं।
गत शनिवार को भी राजपुर में चली थी गोली
राजधानी देहरादून में अपराध बढ़ रहे हैं। यहां गोलियां बरसाना मानों आम बात होने लगी है। गत शनिवार रात राजपुर के अनारवाला-जोहड़ी रोड पर संकरी जगह पर आमने-सामने फंसे कार चालकों के बीच वाहन पीछे करने को लेकर विवाद हो गया था। प्रॉपर्टी डीलर ने दूसरे कार सवार युवक पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। एक गोली उसके घुटने को छूती हुई निकली और दूसरी पेट में जा लगी। गंभीर हालत में उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी प्रॉपर्टी डीलर को गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस गश्त पर उठ रहे सवाल
देहरादून में रात के समय हो रही आपराधिक घटनाओं का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। दून की शांत वादियों में बढ़ रहीं फायरिंग की घटनाएं चिंता बढ़ाने वाली हैं। पुलिस रात में गश्त के दावे करती है, लेकिन गत सोमवार को हुई फायरिंग की घटना के दौरान पुलिस कहीं नजर नहीं आई। अगर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच जाती तो आरोपी इतनी आसानी से फरार नहीं होते। पुलिस की सक्रियता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।