देहरादून:विकासनगर तहसील में दाखिल खारिज के एवज़ 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते लेखपाल को रंगे हाथों विजिलेंस की टीम ने धर दबोचा है.विजिलेंस की ट्रैप कार्यवाही में फंसा अभियुक्त ओमप्रकाश पुत्र स्व- वृज लाल वर्तमान में तहसील विकासनगर ऐटनबाग क्षेत्र सर्वे लेखपाल के तौर पर तैनात था. गिरफ्तार घूसखोर लेखपाल मूल रूप से देहरादून के केदारपुर का रहने वाला है.विजिलेंस ने अभियुक्त लेखपाल ओमप्रकाश के खिलाफ थाना सतर्कता सैक्टर देहरादून में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशो0 अधि0 2018) मुकदमा पंजीकृत किया है. जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता ने भ्रष्टाचार रोकथाम हैल्प लाईन नम्बर 1064 के माध्यम से रिश्वतखोर लेखपाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. शिकायतकर्ता ने अपने प्रार्थना पत्र में बताया उसके पिता द्वारा वर्ष 1991 में बंशीपुर हरबर्टपुर में दो जमीने खरीदी थी जो उनके नाम दर्ज थी. 14 अगस्त 1996 में पिता की मौत हो गयी थी.लेकिन दोनों ही जमीनों में वर्तमान तक शिकायतकर्ता के परिवार के सदस्यों के नाम वारिसान के रूप में दर्ज नहीं हुई.ऐसे में वारिसान में नाम दर्ज कराने के लिये करीब एक महीने पहले ऐटनबाग क्षेत्र के पटवारी ओमप्रकाश को 12 अप्रैल 2023 को शिकायतकर्ता ने अपने बडे भाई कमल नेगी के नाम से एक प्रार्थना पत्र दिया था.और बताये गये कागजात भी पटवारी ओमप्रकाश को दिये गए.लेकिन पिता के नाम की दोनों जमीनों को वारिसान के नाम चढाने के एवज़ में पटवारी ओमप्रकाश ने 10 हजार रूपये रिश्वत मांग की.ऐसे में शिकायतकर्ता ने घूसखोर पटवारी के खिलाफ विजिलेंस को प्रार्थना पत्र माध्यम से जानकारी दी.विजिलेंस ने भ्रष्टाचार से जुड़े आरोपों का संज्ञान लेते हुए गोपनीय रूप से जांच करायी तो जांचोपरान्त लगाये गये आरोप प्रथम दृष्टया सही पाये गये.इसी क्रम में विजिलेंस टीम ने सोमवार 24 अप्रैल 2023 को विकासनगर तहसील में ट्रैप टीम ने लेखपाल ओम प्रकाश को शिकायतकर्ता से ₹10000 रिश्वत लेते रंगे हाथों स्वतंत्र गवाहों के समक्ष गिरफ्तार किया.