बरेली के बिथरी थाने के एक सिपाही को जंक्शन से निकलते ही उसकी पत्नी ने अपने तीन भाइयों के साथ मिलकर बेल्टों से दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। यात्रियों ने सिपाही की जान बचाई। सिपाही की ओर से कोतवाली में महिला समेत चार आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
सिपाही कामिल अहमद बिथरी चैनपुर थाने में तैनात हैं। वह तीन दिन की आकस्मिक छुट्टी लेकर शामली अपने घर गए थे। मंगलवार को कामिल ड्यूटी पर लौटे तो जंक्शन के बाहर निकलते समय उनकी पत्नी यासमीन, उसके भाई मेहरबान, फुरकान और फुफेरे भाई कासिम ने कामिल को पकड़ लिया।
कामिल के साथ इन लोगों ने अभद्रता की और बेल्टें बरसा दीं। बेल्टों के निशान सिपाही की पीठ पर छप गए। कामिल को पीटने के बाद आरोपी वर्दी उतरवाने और जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। सिपाही की शिकायत पर कोतवाली में दिल्ली मुस्तफाबाद निवासी यासमीन, मेहरबान, फुरकान और मुजफ्फरनगर निवासी कासिम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
एसएसपी दफ्तर से फोन कराकर पता की सिपाही की लोकेशन
सिपाही कामिल अहमद ने बताया कि उसकी पत्नी अपने भाइयों के साथ उसकी फर्जी शिकायत करने मंगलवार को पहले एसएसपी दफ्तर गई थी। वहां शिकायत के बाद कामिल के पास दफ्तर के बेसिक फोन से कॉल पहुंची। उनसे कहा गया कि एसएसपी दफ्तर आ जाएं। कामिल ने जवाब दिया कि वह अवकाश पर गए थे। नौचंदी ट्रेन से बरेली आ रहे हैं। ट्रेन 12 बजे तक जंक्शन आएगी, इसके बाद वह आ जाएंगे। सिपाही को शक है कि दफ्तर के लोगों से जानकारी लेकर हमलावर जंक्शन पहुंच गए।
पूरी रात दूसरों से बात करने का आरोप
कामिल अहमद ने बताया कि नवंबर 2022 में उनका यासमीन से निकाह हुआ था। पत्नी उनसे कम बात करती थी जबकि दिन-रात पता नहीं किससे मोबाइल पर बात करती थी। उन्होंने विरोध किया तो पत्नी मायके चली गई। इसके बाद से उसके मायके वाले उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने और वर्दी उतरवाने की धमकी दे रहे हैं।