रिपोर्ट। ललित जोशी / हर्षित जोशी
नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल में प्रमुख वन संरक्षक कुमाऊँ मंडल धीरज पांडे से वन विभाग कर्मियों के नेताओं ने मुलाकात कर वनकर्मियों की समस्याओं से अवगत कराया।
जिसका नेतृत्व प्रांतीय महामंत्री सहायक वन कर्मचारी संघ ब्रज मोहन रावत व दक्षिणी बर्त कुमाऊँ मंडल अध्यक्ष चन्द्र शेखर जोशी ने किया।
जिसमें पश्चिमी व्रत के वन प्रभागों में रह रहे वन गूजर व खततेवासी जो बिना किसी अनुमति के आरक्षित वन क्षेत्र में ग़ैर वानिकी कार्य कर रहे हैं को बन्द कराने की कार्यवाही पर सहमति व्यक्त की गई।
कुमाऊं मंडल के समस्त सिविल/ वानिकी कार्य टैण्डर के माध्यम से किए जाने पर अधिनस्थ अधिकारियों से वार्ता कर निर्णय लिए जाने का आश्वासन दिया गया।
वन कर्मचारियों के राजकीय सेवा के दौरान मारपीट करने वाले वन माफियाओं पर कठोर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया।
स्थानांतरण सत्र वर्ष 2024/25 में वन दरोगा का स्थानांतरण नियमावली में दिए गए प्राविधानों के अनुसार 15 प्रतिशत स्थानांतरण मण्डल के अन्तर्गत वन संरक्षकों द्वारा पूर्व में किया जा चूका है।
वर्तमान में स्थानांतरण हेतु पुनः मण्डल स्तर से सूचि प्रभागों से मांगी गई है। जिसमें ससय की स्थिति बनी हुई है। स्थानांतरण हेतु प्रमुख वन संरक्षक HOFF उत्तराखण्ड देहरादून के पत्रांक क-2135/1-13 दिनांक 17/4/2018 में दिए गए प्राविधानों के अनुसार वन दरोगा का स्थानांतरण मण्डल/व्रत स्तर पर किया जाना है। जिसमें व्रत स्तर पर स्थानांतरण की कार्यवाही पूर्ण हो गई है। के संबंध में स्थिति स्पष्ट करने का आश्वासन CCF कुमाऊं द्वारा अधिनस्थ अधिकारियों के साथ मिटिग करने के पश्चात उचित निर्णय लिए जाने का आश्वासन दिया गया। वार्ता में प्रदेश महामंत्री ब्रज मोहन रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष विरेन्द्र पाण्डे, कार्बेट टाइगर रिजर्व अध्यक्ष धर्म पाल सिंह नेगी, अध्यक्ष दक्षिणी कुमाऊं व्रत नैनीताल चन्द्रशेखर जोशी, महामंत्री रणजीत सिंह थापा, अध्यक्ष भूमि संरक्षण वन प्रभाग नैनीताल जीवन कांडपाल आदि शामिल रहे।