द्रमुक अध्यक्ष एम. करुणानिधि के सबसे बड़े बेटे एमके मुथू की बेटी होने का दावा करने वाली एक महिला गुरुवार को मद्रास उच्च न्यायालय पहुंच गई और आरोप लगाया कि उसके सौतेले भाई ने पिता को बंदी बना रखा है.
एमकेएम शीबा रानी नाम की महिला ने अपनी बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका में दावा किया कि वह मुथू की दूसरी पत्नी की संतान है. उसने संदेह जताया और कहा कि उसे पता नहीं है कि उसके पिता जीवित हैं या नहीं.
उसने अपने पिता को अदालत में पेश किए जाने का निर्देश पुलिस को दिए जाने का आग्रह किया. रानी ने यह भी आरोप लगाया कि हो सकता है कि उसके सौतेले भाई अरिवुनिधि ने मुथू को बंदी बना रखा हो.
न्यायमूर्ति सीटी सेल्वम और न्यायमूर्ति एन सतीश कुमार की खंडपीठ ने शहर के पुलिस आयुक्त तथा अरिवुनिधि को नोटिस जारी किया और मामले को दो सप्ताह बाद सुनवाई के लिए सूचीबद्ध कर दिया.
रानी ने अपनी याचिका में दावा किया कि उसकी मां और उसके पिता मुथू की शादी 1988 में हुई थी तथा वह 1991 में पैदा हुई थी. उसने आरोप लगाया कि अरिवुनिधि ने उन्हें धमकी दी थी कि वे मुथू से न मिलें. साथ ही उसने उन्हें शहर की लियोड्स कॉलोनी स्थित उनके मकान से बाहर निकाल दिया.
रानी ने यह भी दावा किया कि पुलिस ने इस संबंध में उसकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की और वह अनेक प्रयासों के बाद 2015 में तिरुवरूर में अपने पिता मुथू से मिल पाई. उसने यह भी कहा कि इसके बाद पिता से मिलने के उसके सभी प्रयास विफल रहे क्योंकि अरिवुनिधि उन्हें लगातार डराता-धमकाता रहा.