अगर आप देहरादून रेल्वे स्टेशन के बाहर से जा रहे हैं या रीठा मण्डी के लिए जा रहे हैं तो भाजपा नेताओ के लगे होर्डिंग को ध्यान से देखें ऐसा ना हो की आप का ध्यान सड़क पर गाड़ी चलने मैं हो ओर ऊपर से उमेश अगरवाल जी या अनिल गोयल जी का लोहे के फ़्रेम वाला होर्डिंग आपके सिर पर या गाड़ी पर आकर लगे क्योंकि जिनकी जिम्मेदारी है वो तो साथी हैं .. साइयाँ भय कोतवाल तो फिर डर कहें का … ये सब अवैध होर्डिंग लगे हैं पूरे शहर मैं कई जगह उनिपोल बोर्ड के ऊपर इसकी परवाह ना वहाँ चेकिंग करते पुलीस कर्मियों को है ना नगर निगम के कर्मियों को अब महापोर जी भी भाजपा से हैं तो विरोध या होर्डिंग हटवाने के आदेश कान देगा ।
जनता की जान जोखिम मैं डालकर प्रचार कहाँ तक तर्कसंगत है ये तो प्रदेश के मुखिया ओर उनके सिपहसलार ही बता सकते हैं जो दिन मैं 1 -2 बार तो वहाँ से निकलते ही होंगे किसी की जान जाए या दुर्घटना हो इन्हें तो चुनाव लड़ना है अब करोड़ों रुपए का चुनाव है छोटे मोटे हादसे हो भी जाएँ तो क्या फ़र्क़ पड़ता है । अब हमारा फ़र्ज़ तो लोगों को बताने का था बाक़ी कितनी सूझ बुझ वाले नेता दावेदारी कर रहे हैं ये तो जनता जाने