अगस्त्यमुनि में 4 अप्रैल की शाम को हुए एक घटनाक्रम के अनुसार कालेज के निर्माणाधीन भवन में एक युगल को कुछ मजदूरों ने आपत्तिजनक स्थिति में देखा। मजदूरों के वहां आ जाने पर लड़का भाग गया। बताया जा रहा है कि धर्म विशेष के मजदूरों ने लड़की की तस्वीरें ली और उससे अगले दिन मिलने आने को कहा। यह बात लड़की ने अपनी सहेली को बताई। सहेली ने छात्र संघ पदाधिकारियों को इसके बारे में बताया। ब्लैकमेल करने के आरोप में छात्रों ने तीनों मजदूरों को पुलिस के हवाले कर दिया। इस घटना को लेकर सोशल मीडिया में लगातार कई तरह की बातें प्रकाशित हो रही थी। कुछ संगठनों ने इसे देवभूमि को कलंकित करने की घटना बताकर इसके खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी। कोटद्वार, चंबा, सतपुली, नौगांव से लेकर कई स्थानों पर बालिकाओं तथा लड़कियों के साथ एक समुदाय विशेष द्वारा लगातार हो रही घटनाओं को लेकर लोगों को गुस्सा उबल आया। देखते ही देखते अगस्त्यमुनि कस्बे में आगजनी शुरू हो गई। इसके साथ ही छात्र-छात्राओं ने स्थानीय लोगों के साथ जुलूस प्रदर्शन भी किया।
वही पुलिस कह रही है की ये अफ़वाह मात्र है ओर जल्द ही अफ़वाह फेला रहे लोगों पर बड़े स्तर पर कार्यवाही करी जायेगी ।