महानगर देहरादून स्मार्ट सिटी का सपना दिल में सजोये बैठा है लेकिन देहरादून की यातायात व्यवस्था चरमराई हुई है। आई. एस.बी.टी से लेकर घण्टाघर हो या सब्जी मंडी से बल्लूपुर जहां देखो सिर्फ जाम ही जाम। यही हाल शहर के प्रमुख चौराहे बल्लूपुर का भी है। जहां के रास्ते आये दिन कोई न कोई अतिविशिष्ट अतिथि देहरादूंन आते ही रहते हैं। प्रधानमंत्री जी हो या कोई भी VVIP इसी रास्ते से कैंट स्थित मुख्यमंत्री आवास या राजभवन तक जाने का यह मुख्य मार्ग है लेकिन यहां की ट्रैफिक लाइट कबसे खराब हैं और आखिरी बार कब सही हुई थी किसी को नही मालूम। सुबह से शाम तक इस चौक पर सिर्फ जाम लगा रहता है। तो सवाल ये उठता है कि जब शहर के मुख्य चौराहों में से एक बल्लूपुर की ट्रैफिक लाइट ओर इस चौक पर जाम से ही निजात नही मिल रही तो मानो स्मार्ट सिटी का ख्वाब देखना ही बेईमानी लगने लगता है। जब कुछ लोगो से लगातार लगमे वाले इस जाम के बारे में बातचीत की तो शैलजा नाम की युवती में बताया की वो रोज शाम ऑफिस से आते वक्त लगभग 20 मिनट इस चौराहे को पार करने में लगा देती हैं वही दूसरी युवती मीनाक्षी से बात करने पर उन्होंने भी कहा कि जिस तरह से देहरादून में जाम की दिक्कत लगातार बढ़ रही है उस तरह से नही योग्यता की ये शहर कभी स्मार्ट हो पायेगा। तो सवाल उठता है क्या ऐसे साकार होगा स्मार्ट सिटी का सपना, ओर अगर सच मे हम स्मार्ट सिटी का सपना दिल मे सजाए बैठे हैं तो यकीन मानिए ये सपना सिर्फ सपना ही रहे तो अच्छा है। बिना मूलभूत सुविधाओं के स्मार्ट सिटी का सपना साकार होगा भी तो कैसे। अब सवाल ये है कि हवाई दावे छोड़ कर स्मार्ट सिटी की तकदीर लिखने वालों को जमीनी हकीकत कब समझ आएगी।
रिपोर्ट :- आशु चौहन (दूंन टाइम्स)