राज्य में नदियों में होने वाले खनन पर पूर्णतया रोक लगी होने के बावजूद राज्य की नदियों में धड़ल्ले से अवैध खनन जारी है। राज्य की बात दूर की है राजधानी देहरादून में शासन प्रशासन की नाक के नीचे बेधड़क रिस्पना, बिंदाल, सौ्ग,टौंस,जाखन समेत लगभग सभी छोटी बड़ी नदियों में बेलगाम खनन माफियाओं द्वारा नेताओं व अधिकारियों के सरंक्षण में अवैध खनन करते हुए सरकार के राजस्व को भारी हानि पहुंचाई जा रही है।खनन विभाग जहां अवैध खनन में पूर्ण रुप से लिप्त हो चुका है वही अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए गठित टास्क फोर्स आंखें मूंद चुकी है।हालत यह है कि स्वयं राज्य के मुखिया द्वारा चलाए जा रहे ऋषिपृणा (रिस्पना) अभियान को सरकार के विधायकों द्वारा पलीता लगाया जा रहा है। विधायकों द्वारा ऋषिपृणा (रिस्पना) नदी में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा भारी पैमाने पर अवैध खनन करवाया जा रहा है। मसूरी विधानसभा के चिडोवाली, कंडोली क्षेत्र में उक्रांद कार्यकर्ताओं द्वारा स्थानीय निवासियों से शिकायत मिलने पर निरीक्षण किया तो वहां सार्वजनिक खेल के मैदान में लाखों रुपए का अवैध खनन भंडारण देखकर तुरंत जिलाधिकारी देहरादून, नगर मजिस्ट्रेट देहरादून, उप जिलाधिकारी (सदर), पुलिस अधीक्षक (नगर) समेत राजधानी के तमाम आला अधिकारियों को इसकी सूचना दी।किंतु दुर्भाग्य की बात है कि सूचना देने के 3 घंटे तक स्थानीय थाने के एक सिपाही के अलावा कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।जबकि इसका फायदा उठाकर मसूरी विधानसभा के सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता मौके पर जमा होकर खनन माफियाओं की गाड़ियां छुड़वाने में सफल हो गए। उत्तराखंड क्रांति दल के पास उक्त प्रकरण के फोटोग्राफ्स मौजूद हैं। महोदय राजधानी में माफियाओं, नेताओं तथा अधिकारियों के गठजोड़ से गली-मोहल्ले तथा मैदानों पर जो अवैध खनन भंडारण बनाए जा रहे हैं उनके कारण गली मोहल्ले में दिन-रात ट्रक, डंपर, ट्रैक्टर समेत तमाम छोटे-बड़े माल वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। जिसके कारण आम जनमानस विशेषकर छोटे बच्चों के लिए दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश है। सरकार के माननीयों के सरंक्षण में अवैध खनन होने से जहां जनता के मन में सरकार की छवि धूमिल हो रही है,वहीं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में चलाया जा रहा ऋषिपृणा अभियान भी मात्र एक ढकोसला साबित हुआ है। अतः आपसे अनुरोध है कि जनपद में हो रहे अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए तत्काल अग्रिम कार्यवाही करने का कष्ट करें।