भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिला अध्यक्ष विजय शास्त्री ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से तानाशाही रवैया अपनाते हुए तीनों तीन कृषि कानूनों को लागू किया गया है। इससे किसान बर्बादी की कगार पर पहुंच जाएगा।
इन कानूनों को वापस कराने के लिए हरियाणा और पंजाब सहित अन्य कई राज्यों के किसान भीषण सर्दी में भी दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं, लेकिन केंद्र सरकार किसानों के साथ वार्ता कर मामले में लीपापोती करने पर लगी है। इसे लेकर किसान आक्रोशित हैं और लगातार सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार की कानों पर जूं नहीं रेंग रही है।
उन्होंने बताया कि सरकार को चेतावनी देने के लिए आज करीब दोपहर एक बजे भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के नेतृत्व में सैकड़ों किसान भगवानपुर टोल प्लाजा पर पहुंचेंगे और टोल प्लाजा को फ्री कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके बाद एसडीएम के माध्यम से एक ज्ञापन भी उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा।
वहीं, 14 दिसंबर को डीएम कार्यालय हरिद्वार पहुंचकर ज्ञापन सौंपा जाएगा। दूसरी ओर, एसपी देहात एसके सिंह का कहना है कि एक किसान संगठन की ओर से आज सांकेतिक विरोध की सूचना दी गई है। शांति से विरोध प्रदर्शन सबका अधिकार है, लेकिन किसी को भी शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।