उत्तराखंड: राजभवन में मुख्यमंत्री ने दिया इस्तीफा । जानिए कौन हो सकता है नया चेहरा ओर क्या रहे समीकरण.

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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के दिल्ली पहुंचने के बाद पहले विधायकों को दिल्ली बुला लिया गया था। लेकिन बाद में तय हुआ कि विधायक मंडल दल की बैठक दिल्ली में नहीं देहरादून में होगी। यह तय होने के बाद दिल्ली जा रहे विधायकों को बीच रास्ते से देहरादून लौटने को कहा गया..सूत्रों के मुताबिक लगता है विदाई हो जाएगी..अनिल बलूनी , धन सिंह रावत , सतपाल महाराज या अजय भट्ट में से हो सकता है अगला मुख्यमंत्री

सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री दिल्ली जाने के बाद उनके समर्थक विधायकों ने भी दिल्ली की राह पकड़ी। पहले ऐसा अनुमान था कि केंद्रीय नेतृत्व दिल्ली में प्रदेश भाजपा विधायक मंडल की दल बैठक बुला सकता है। लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया कि बैठक देहरादून में मुख्यमंत्री आवास में होगी। यह सूचना दिल्ली के लिए कूच कर चुके विधायकों को दी गई। सूत्रों के मुताबिक, सूचना मिलने के बाद विधायकों  ने बीच रास्ते से देहरादून को वापसी की राह पकड़ी।


मुख्यमंत्री के अचानक दिल्ली जाने पर भगत ने कहा कि कहा कि दिल्ली जाना कोई गुनाह नहीं है। दिल्ली का रास्ता आम है। वहां कोई भी जा सकता है। मुख्यमंत्री के दिल्ली जाने को लेकर हो रही चर्चाओं को उन्होंने पूरी तरह से खारिज किया।
भाजपा के असंतुष्ट विधायकों पर आप की नजर 
भाजपा सरकार में चल रही सियासी हलचल के बीच आम आदमी पार्टी की नजर असंतुष्ट विधायकों पर है। रविवार रात को आनन-फानन दून पहुंचे आप प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने कई विधायकों से मुलाकात की। इसके बाद सोमवार को वापस दिल्ली लौट गए। मोहनिया ने स्वीकार किया कि दून आकर उन्होंने भाजपा के कुछ लोगों से मुलाकात की है लेकिन उन्होंने विधायकों के नामों का खुलासा नहीं किया। 

प्रदेश की राजनीति परिस्थितियों को देखते हुए आप प्रभारी दिनेश मोहनिया रात को दिल्ली से दून पहुंचे।

उन्होंने भाजपा के कई असंतुष्ट विधायकों से मुलाकात करने का दावा किया है। मोहनिया ने कहा कि सरकार के मंत्रियों और विधायकों के जनहित काम नहीं हो रहे हैं। जिससे मंत्री व विधायक असंतोष है। सरकार गिराना आम आदमी पार्टी का मकसद नहीं है लेकिन जनविरोधी सरकार की विदाई होनी चाहिए।

इसके लिए सब प्रयास में लगे हैं। चार सालों के कार्यकाल में सरकार जनभावनाओं व उम्मीदों को पूरा नहीं कर पाई है। ऐसी सरकार को कुर्सी पर नहीं होना चाहिए। जीरो वर्क सरकार को जितनी जल्द ही हटाया जाए वह उत्तराखंड के लिए बेहतर होगा। 2022 के चुनाव में उत्तराखंड के लोग आम आदमी पार्टी को बेहतर विकल्प में रूप में देख रहे है। जिन जनभावनाओं को लेकर राज्य का गठन हुआ है। आप उन उम्मीदों को पूरा करेगी। 

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