कैलाश हॉस्पिटल देहरादून से मोहित सेठी जी का फोन आया के एक पेसेंट जो वेंटीलेटर पर है जिन्हे O पॉजिटिव प्लाज्मा की सख्त जरुरत है तभी शकील अहमद हैड कांस्टेबल उत्तराखण्ड पुलिस ने रोजे की हालात मे जाकर अपना प्लाजमा डोनेट किया
फिर एक बार इंसानियत ने सम्प्रदायिकता के मुँह पर तमाचा मारा ओर एक पुलिस के मुस्लिम जवान ने हिंदू की जान बचाने के लिए रोज़ा तोड़ दिया । जहां कुछ लोग समय समय ओर हिंदू – मुस्लिम के बीच मतभेद को मुद्दा बनाकर राजनीति करते हैं वहीं आज भी इंसानियत के रखवाले ये एहसास करते रेहते हैं की सबसे बड़ा धर्म इंसानियत है । यह दौर बहुत बुरा है पर इंसान – इंसान के काम आ रहा है ओर जहां सरकार नाकाम साबित हो रही है वहीं कुछ अनजान फ़रिश्ते इंसानियत को ज़िंदा रखे हुए है Doontimes शकील अहमद जी को इस कार्य के लिए साधुवाद देता है ओर उनको सलूट करता है