पश्चिम बंगाल निवासी एक युवती की देहरादून में हत्या कर उसका शव जला दिया गया। इस मामले में युवती के प्रेमी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना 28 अप्रैल की बताई जा रही है। पुलिस ने युवती का अधजला शव भी बरामद कर लिया है, जिसका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
एसओ राजपुर राजेश शाह ने बताया कि हलधर मुखर्जी निवासी वर्धमन ने पुलिस को तहरीर दी थी। मुखर्जी का कहना था कि उनकी बेटी निवेदिता पिछले साल दिल्ली से देहरादून आई थी। वह यहां पर ऑनलाइन लैंग्वेज कनवर्टर का काम करती थी। निवेदिता करीब आठ माह पहले अंकित कुमार निवासी चांदपुर, नकुड़, सहारनपुर के संपर्क में आई। अंकित रेत बजरी सप्लाई का काम करता था। कुछ दिन बाद में निवेदिता ने परिजनों को बताया कि वह अंकित से प्यार करती है। पहले निवेदिता पेइंग गेस्ट सुविधा में रहती थी, लेकिन कुछ दिन पहले अंकित उसे अपने साथ जाखन ले आया।
आखिरी बार निवेदिता की बात अपने परिजनों से 28 अप्रैल को हुई थी। इसके बाद से उसका कोई संपर्क उनसे नहीं हुआ। कई दिन बीतने के बाद अंकित का नंबर भी बंद आने लगा। इस पर परिजनों ने अंकित को फेसबुक के माध्यम से तलाशाना शुरू किया तो उससे संपर्क हो गया। अंकित ने निवेदिता के परिजनों को बताया कि एक दिन वह उसके साथ बॉलकनी में बैठी हुई थी और वहां से अचानक गिर गई। थोड़ी देर बाद उसकी मौत हो गई। अंकित ने परिजनों को बताया कि वह इस बात से घबरा गया और उसका किमाड़ी मसूरी मार्ग पर ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया।
यह सब सुनकर उनके होश उड़ गए और परिजन देहरादून आ गए। उन्होंने शुरूआत में मामले की तहरीर शहर कोतवाली पुलिस को दी, लेकिन पुलिस ने जब अंकित की मोबाइल लोकेशन निकाली तो वह जाखन में मिली। पुलिस ने तत्काल अंकित को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने वही बात दोहराई जो उसने निवेदिता के परिजनों को बताई थी। पुलिस ने अंकित की निशानदेही पर निवेदिता का अधजला शव बरामद भी कर लिया है। फोरेंसिक टीम की मौजूदगी में साक्ष्य जुटाए गए। पुलिस ने वह कार भी बरामद कर ली है, जिससे निवेदिता के शव को ले गया था।
26 अप्रैल को लाया था अपने फ्लैट पर
अंकित कुमार चौधरी निवेदिता को 26 अप्रैल को अपने फ्लैट पर लेकर आया था। उसने पुलिस को बताया कि वह उसके साथ बैठी हुई थी। उसके सिर में दर्द हो रहा था और परेशान भी चल रही थी। अचानक वह नीचे गिर गई।
अंकित ने नीचे जाकर देखा तो उसकी नाक से खून बह रहा था। कुछ देर बाद उसकी सांस भी बंद हो गई। इस बात से वह इतना घबरा गया कि उसे कुछ नहीं सूझा तो वह कार में लेकर किमाड़ी मार्ग जा पहुंचा। यहां उसने शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी और खाई में धकेल दिया।