उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आज से खटीमा शहीद स्मारक पर आमरण अनशन पर बैठे समिति की अभियान समिति के केंद्रीय अध्यक्ष अवतार सिंह बिष्ट और केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अनिल जोशी से तत्काल वार्ता शुरू किए जाने की मांग की है ।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि समिति के दोनों नेता राज्य निर्माण आंदोलनकारियों की 10 फीसदी क्षैतिज आरक्षण ,समान आंदोलनकारी पेंशन, आंदोलनकारी आश्रितों के हित में कदम उठाए जाने, राज्य में लोकायुक्त की नियुक्ति ,चिन्हिकरण से वंचित आंदोलनकारियों को चिन्हित किए जाने जैसी मांगों को लेकर खटीमा शहीद स्मारक पर अमल अनशन पर बैठ गए हैं वह कई राज्य अलंकारी भी उनके पक्ष में आज दिन भर शहीद स्थल पर जाते रहे धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि आंदोलनकारियों के सिर से पानी निकल चुका है और यही कारण है कि आवाज बुनकारी अपनी जान पर खेलने को तैयार हैं धीरेंद्र प्रताप ने चेतावनी के स्वर में कहा यदि सरकार ने अगले 48 घंटे में कोई फैसला ना लिया तो राज्य आंदोलनकारी 2 सितंबर को राज्य भर में भाजपा सरकार का पुतला जलाएंगे और मसूरी कांड के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
धीरेंद्र प्रताप ने इस बीच विधानसभा के हाल के सत्र में राज्य के तमाम विधायकों को, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के जवाब में,राज्य सरकार के एक मंत्री बंशीधर भगत द्वारा अधिकारी आरक्षण के सवाल पर सदन को वर्क लाए जाने के लिए नेता सदन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सार्वजनिक माफी मांगे जाने की भी मांग की है।
धीरेंद्र प्रताप ने अनशन पर बैठे आंदोलनकारियों अवतार सिंह बिष्ट अनिल जोशी जानकी गोस्वामी व अन्य साथी नेताओं को पुलिस द्वारा धमकी दिए जाने की भी निंदा की है और कहा कि गांधीवादी सत्याग्रहियों यदि जरा भी दूर व्यवहार किया गया तो आंदोलनकारी इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।