,,आज मुस्लिम युवा संगठन द्वारा उत्तराखंड की राजधानी (देहरादून) में गांधी रोड स्थित पुराने बस स्टैंड से घंटाघर तक पैदल मार्च निकाला व घंटाघर पर वसीम रिज़वी का पुतला दहन किया गया और उसकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर मुस्लिम युवा संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा पदर्शन किया।
12 नवंबर को हरिद्वार में यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिज़वी ने गैर मर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने के साथ विवादित पुस्तक का विमोचन किया इस पुस्तक में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने से जुड़ी बातों का जिक्र है।
हिंदी में लिखी गई यह किताब, पैगंबर हज़रत मोहम्मद सOअOवO की निंदा करती है और पैगंबर-ए-इस्लाम के धर्म और उसके अनुयायियों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करती है। पुस्तक की सामग्री और आपत्तिजनक बयान पैगंबर हज़रत मोहम्मद सOअOवO का पालन करने और इस्लामी सिद्धांतों का पालन करने वालों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के उद्देश्य से किए गए हैं। जिसके परचारक यति नरसिंहानंद गिरि डासना देवी मंदिर गाजियाबाद के पीठाधीश्वर हैं। जो की अक्सर इस्लाम और हजरत मुहम्मद सOअOवO के बारे में अपत्तिजनक टिपनी करने पर देश में सुर्खियों में बने हुवे है
और महोदय इन्ही के नक्शे कदम पर उत्तराखंड राज्य में भी एक समाज का दुश्मन एक विशेष समुदाय के लिये गृहना सोच रखने वाला एक व्यक्ति उत्तराखंड रक्षा अभियान का संस्थापक स्वामी दर्शन भारती जो उस सभा में मौजूद था जहां वसीम रिजवी नरसिंहानंद द्वारा हज़रत मोहम्मद सOअOवO के उपर लिखी गई पुस्तक का विमोचन किया गया।
जैसे वसीम रिज़वी, नरसिंहानंद और इन्ही का नया चेला जो इस्लाम धर्म और हज़रत मोहम्मद सOअOवO के बारे में अपत्तिजनक भाषा का प्रयोग कर दो धर्मो के लोगो के बीच नफरत बोने का काम कर रहा है यह ना काबिले कबूल है ऐसे लोग केवल एक धर्म के ही नही बल्कि पूरे समाज के दुश्मन है जिनका मकसद देश में लोगो को भिड़वाना है।
वसीम रिज़वी द्वारा हज़रत मोहम्मद सOअOवO के उपर लिखी गई पुस्तक का स्वामी दर्शन भारती उत्तराखंड में परचार वा प्रसार कर रहा है जो की एक धर्म विशेष की भावनाओ को ठेस पोहोंचने का काम इसके द्वारा किया जा रहा है और दो धर्मो के बीच नफरत पैदा करने और आपसी भाईचारा खत्म करने की कोशिश के रूप में पाया जाता है।
मुस्लिम युवा संगठन मांग करता है जो स्वामी दर्शन भारती द्वारा उत्तराखंड में वसीम रिजवी द्वारा लिखी गई पुस्तक के परचार पर पूर्ण रूप से रोक लगाई जाए और इस पुस्तक को उत्तराखंड में पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया जाए और अगर उत्तराखंड में कोई भी व्यक्ति इस पुस्तक का परचार करता पाया जाता है तो उस पर तुरंत सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही की जाए।
इनके बयानों का लक्ष्य दो धर्मो में दुश्मनी की भावना पैदा करना भी है, जिसके परिणामस्वरूप शांति भंग होने का खतरा होता है। उपरोक्त के आलोक में, मुस्लिम युवा संगठन का आपसे अनुरोध है भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए, 153बी, 295ए, 504 और 505(1)(सी) के अनुसरण में कार्रवाई सहित (लेकिन इन्हीं तक सीमित नहीं) वसीम रिजवी नरसिंहानन्द स्वामी दर्शन भारती और इनके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
माननीय महामहिम राज्यपाल श्री सिंह साहब मुस्लिम युवा संगठन व मुस्लिम समुदाय का आपसे अनुरोध है आप एक प्रेस वार्ता कर यह संदेश जारी करे की अगर कोई भी व्यक्ति उत्तराखंड में वसीम रिज़वी द्वारा लिखी गई मोहम्मद नमक पुस्तक का अगर कोई परचार व प्रसार करता पाया जाता है तो उस पर शांति भंग करने शहर का माहोल बिगाड़ने व धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और दो समुदाय के लोगो को आमने सामने खड़ा करने के जुर्म में मुकदमा पंजीकृत कर तुरंत कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।
नोट: अगर हमारी मांग पर उत्तराखंड में किताब बैन नही हुई तो मुस्लिम युवा संगठन सड़को पर उतरकर बड़ा प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे और जिसकी समस्त जिम्मेदारी उत्तराखंड सरकार की होगी।
कार्यक्रम संयोजक:- नवाज़ कुरैशी।
निर्तेत्व:- आसिफ कुरैशी, शादाब कुरैशी,आज़म ख़ान
मौजूद रहे। हाफिज अकरम,सुबोध कुमार,आकाश दीप,वसीम, यामीन अंसारी,इफ्तिखार,दानिश ख़ान,अदनान ख़ान,समीर ख़ान,ज़ीशान अली,अमान कुरैशी, नाज़ीम, मोहम्मद आसिफ,शिबू हुसैन,आसिफ सलमानी,समान,आदि भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।