रिपोर्ट ललित जोशी ।
नैनीताल ।सरोवर नगरी नैनीताल व उसके आसपास के क्षेत्रों में शादी-ब्याह, होली-दीवाली, नामकरण आदि पर बधाई के नाम पर मोटी रकम लेने वाले किन्नरों को लेकर एक चौकाने वाली बात सामने आ रही है।
यहाँ शोशल मीडिया की सुर्खियों में आये दिन रात यह बात निकल कर सामने आ रही है।
बता दें अभी हाल ही में पुलिस ने किन्नरों के मुखिया खलील और उसके साथियों को ठगी करने के आरोप में पकड़ लिया था ।
और ठगी के रुपये वापस लौटाने और भविष्य में दोबारा ठगी न करने की चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था।
यह मामला इन दिनों नगर में खासा सुर्खियों में है और किन्नरों को लेकर तमाम प्रकार की चर्चाएं चल रही हैं।
सूत्रों की मानें तो किन्नरों के गुरु खलील मामू असल मे किन्नर है ही नही ।
बल्कि एक सामान्य पुरुष है ।
इनकी बीवी और बेटियां काशीपुर में रहते है।
वही इनके साथ जो ढोलक बजाता है उसे मुस्लिम के नाम से पुकारा जाता है उसके आधा दर्जन से अधिक बच्चे है,इतने बच्चों के बाद भी मुस्लिम की बीवी कुछ साल पहले गर्भवती हो गयी थी और सीढ़ियों से गिर गयी थी ।
नैनीताल के कई लोगो से खलील ने अपनी बेटी की शादी के नाम पर मोटी रकम उधार ली ।
और वापस करने के नाम पर बद्दुआ देनी शुरू कर दी।
चूंकि लोगो मे ये भय है कि किन्नरों की बद्दुआ खाली नही जाती इसीलिए लोग खलील और उसके गिरोह के मुंह नही लगते और जब ये शादी ब्याह इत्यादि में मोटी रकम मांगते है तो लोग देने को मजबूर हो जाते है।
आपको बता दें कि खलील पिछले कई वर्षों से किन्नरों के गुरु बना हुआ है।
ये पहले अजीजन नाम के गुरु का शागिर्द हुआ करता था। अजीजन की मौत के बाद उसकी पदवी खलील को मिल गयी और तभी से खलील नैनीताल और आसपास के सभी क्षेत्रों में झूठा किन्नर बनकर पैसों की वसूली कर रहा है।
अगर खलील और इसके गैंग की मेडिकल जांच हो तो एक बड़ा खुलासा सामने आ सकता है। उधर इस मामले में स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
सवाल यह भी उठता है कि क्या पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है और अगर है तो इसपर जांच क्यों नहीं हुई।
और कैसे गृहस्त जीवन यापन करने वाला किन्नरों का गुरू बन गया।
फिलहाल यह मामला सुर्खियों में है और मामले को लेकर नगर में तमाम प्रकार की चर्चाएं आजकल आग की भांति फैल रही है।चल रही हैं। अब भविष्य तय करेगा क्या होगा । पुलिस जाँच में जुट गई है।