हजारों धराशायी इमारतों के मलबे में दबे दसियों हजार लोगों की टूटती सांसों के लिए हर बीत रहा पल बेशकीमती है। इन टूटती सांसों को जिंदगी देने में जुटे बचावकर्मी जीजान से कोशिश कर रहे हैं। बर्फीली रात में सैकड़ों बचावकर्मी हाथों से भी मलबा हटाकर लोगों की तलाश में जुटे रहे हैं। तुर्की और सारिया में स्थानीय और विदेशी बचाव दल शून्य से नीचे के तापपमान के बीच ढही टनों वजनी छतों और दीवारों में फंसी जिंदगियों को बचाने के लिए समय से संघर्ष कर रहे हैं
हजारों धराशायी इमारतों के मलबे में दबे दसियों हजार लोगों की टूटती सांस के लिए हर बीत रहा पल बेशकीमती है। इन टूटती सांसों को जिंदगी देने में जुटे बचावकर्मी जीजान से कोशिश कर रहे हैं। बर्फीली रात में सैकड़ों बचावकर्मी हाथों से भी मलबा हटाकर लोगों की तलाश में जुटे रहे हैं। तुर्की और सारिया में स्थानीय और विदेशी बचाव दल शून्य से नीचे के तापपमान के बीच ढही टनों वजनी छतों और दीवारों में फंसी जिंदगियों को बचाने के लिए समय से संघर्ष कर रहे हैं
खिलौनों की तरह उछला कंटेनर
भूकंप के झटकों ने भूमध्य सागर में स्थित तुर्किये के इस्कंदेरन बंदरगाह पर रसायनों और अन्य ज्वलनशील पदार्थों से भरे विशाल कंटेनरों को खिलौनों की तरह उछालकर बुरी तरह उलट-पलट दिया और उनमें भयानक आग लग गई। बंदरगाह बंद किया गया है।
जेल से भागे आईएस के आतंकी
तुर्किये-सीरिया सीमा पर स्थित सीरियाई शहर राजो के करीब बनी एक जेल से इस्लामिक स्टेट के 20 से ज्यादा आतंकी भाग गए। जेल कैदियों और सुरक्षकर्मियों के बीच संघर्ष हुआ और कैदियों ने नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया, इसके बाद सैकड़ों कैदी भाग गए।
घायलों के लिए भारतीय सेना खोलेगी 60 बेड का अस्पताल
तुर्किये और सीरिया में घायलों के लिए इलाज के लिए भारतीय सेना 30-30 बेड के फील्ड हॉस्पिटल तैयार करेगी। सेना के आगरा स्थित फील्ड हॉस्पिटल से एक दल तुर्किये में 30 बिस्तरों वाला फील्ड हॉस्पिटल तैयार करने पहुंच चुका है। इस दल में क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट और सर्जन सहित 45 सदस्यीय मेडिकल टीम है। वायुसेना के सी-17 ग्लोबमास्टर-3 विमान से दूसरा दल भी मंगलवार को रवाना हो गया। दोनों दलों के साथ एक्स-रे मशीन, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन प्लांट, ऑपरेशन थियेटर से जुड़े सभी जरूरी उपकरण भेजे गए हैं। जबकि, दवाओं और राहत सामग्री के साथ सी-130 सुपर हर्क्युलिस विमान सीरिया के दमिश्क जाने के लिए तैयार है। सेना के आगरा फील्ड हॉस्पिटल से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि सेना की चिकित्सा सेवा के कुल 89 सदस्यों को भेजाना तय हुआ है, जो 30-30 बेड वाले दो फील्ड हॉस्पिटल तैयार करेंगी।
पाकिस्तान ने भारतीय विमान को नहीं दिया रास्ता
तुर्किये के लिए राहत सामग्री ले जा रहे भारतीय विमान को पाकिस्तान ने अपने वायु क्षेत्र के इस्तेमाल की इजाजत नहीं दी, जिसकी वजह से विमान को लंबा रास्ता लेना पड़ा। पाकिस्तान एक तरफ खुद को तुर्किये का सच्चा दोस्त बताता है लेकिन, जब तुर्किये को त्वरित मदद की जरूरत है तो पाकिस्तान मदद पहुंचाने वाले भारतीय विमानों का रास्ता रोक रहा है। पाकिस्तान की इस हरकत को लेकर दुनियाभर में आलोचना हो रही है। बता दें कि पाकिस्तान तुर्किये को अपना दोस्ता बताता है।