डालनवाला क्षेत्र में एक बुजुर्ग महिला की दुकान पर जालसाजों ने धोखाधड़ी से कब्जा कर लिया। मामले में चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि इनमें से एक ने पहले फर्जी पॉवर ऑफ अटॉर्नी बनाई। इसके बाद महिला ने इसे रद्द करा दिया। बावजूद इसके आरोपी दुकान पर कब्जा जमाकर बैठ गए।
पुलिस के मुताबिक 73 वर्षीय रमा निवासी ग्रीन वैली राजपुर रोड का कहना है कि उनका एक बेटा है। अन्य कोई रिश्तेदार नहीं है। बेटे के नशे का आदी होन कारण नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया। इसी बीच अध्यापक मनोज कौशिक नाम के व्यक्ति का उनके घर आना-जाना शुरू हो दिया। आरोपी अरुण कुमार भी उन्हीं के साथ मिल गया। आरोप है कि उनको धमकाते हुए कहा गया कि नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती बेटे की हत्या कर देंगे। इसके बाद धोखाधड़ी की मंशा से मीडो आर्केड स्थित दुकान का मुख्तारनामा अपने पक्ष में करा लिया।
रमा का कहना है कि मुख्तारनामे को उन्होंने निरस्त करवा दिया। 25 मई को बेटे राकेश के साथ वह अपनी दुकान पर गईं तो देखा कि अरुण कुमार निवासी चिरंजीपुर विकासनगर बैठा था। अरूण को वहां से हटने को कहा तो धक्का-मुक्की, गाली गलौज करते हुए मारने की धमकी दी। आरोप है कि अरूण ने अकेला होने का फायदा उठा कर चेकबुक उठा ली थी।
इस पर जाली हस्ताक्षर कर चेक बाउंस कराकर कोर्ट में लगा दिया। पुलिस का कहना है कि मनोज कौशिक, अरुण कुमार, सूर्यप्रताप और रमन बत्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।