हिमाचल, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कई जिलों के लिए मौसम विभाग ने सोमवार को भारी से अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया। उत्तराखंड में मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने कहा कि देहरादून, टिहरी, पौड़ी और हरिद्वार में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। इस दौरान झारखंड, अरुणाचल प्रदेश और केरल को छोड़कर लगभग देश के अन्य सभी हिस्सों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। उत्तराखंड में भारी बारिश से दिल्ली में हालात फिर बिगड़ सकत हैं।
इसी तरह, मंगलवार, बुधवार और बृहस्पतिवार को भी हिमाचल, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, गोवा और कोंकण में भारी से बहुत अधिक भारी बारिश की संभावना जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उधर, मथुरा में उफनाई यमुना खतरे के निशान से आधा मीटर ऊपर बह रही है। उसका जलस्तर हर घंटे 2.5 सेमी बढ़ रहा है। सौ से अधिक कॉलोनियों में पानी भर चुका है। दो हजार से अधिक लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली है।
आपदा
पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से हरिद्वार में गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा को पार कर गया है। गंगा 293.14 मीटर पर बह रही है, हालांिक खतरे के निशान से 0.85 मीटर नीचे है। पानी के वेग से भीमगौड़ा बैराज का 10 नंबर फाटक टूट गया। इस बैराज में 2013 की आपदा में भी गेट टूटा था। प्रशासन के अनुसार स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि गेट टूटने से पानी का बहाव यूपी की ओर बढ़ने की आशंका है। इससे मेरठ बिजनौर, बुलंदशहर के क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है।
-उत्तराखंड में 17 राज्य मार्गों सहित 286 सड़कों को अब भी खुलने का इंतजार है। रविवार को सिर्फ 49 सड़कें ही खोली जा सकीं। इस सीजन में 25 पुल क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
-बागेश्वर में पिंडर घाटी के उंनियां गांव में शनिवार रात पहाड़ी दरक गई। इससे लोग खतरे की जद में हैं।
-हिमाचल के रोहड़ू में शनिवार रात करीब तीन बजे बादल फटने से कई घरों को नुकसान पहुंचा है। मनाली-चंडीगढ़ व कुल्लू-मंडी हाईवे एक सप्ताह बाद खुले। कुल्लू से दिल्ली, पठानकोट, धर्मशाला और शिमला के लिए बस संचालन शुरू।
दिल्ली के निचले इलाके में दो दिन बंद रहेंगे स्कूल
दिल्ली में बाढ़ की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार के साथ ही जनजीवन भी सामान्य हो रहा है। रविवार को यमुना का जलस्तर घटकर 205.52 मीटर पर आ गया। हालांकि, अब भी यह खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर है। रात तक इसके खतरे के निशान से नीचे आने की उम्मीद है।
-नदी किनारे के निचले इलाकों में सभी स्कूलों को और दो दिन बंद रखने का आदेश दिया गया है। बाकी जगहों पर सोमवार से स्कूल खुल जाएंगे।
-कॉलोनियों से पानी उतरने से लोगों ने राहत की सांस तो ली है, लेकिन अगले चार दिन मध्यम से भारी बारिश की संभावना से कभी भी स्थिति बिगड़ने का खतरा बना हुआ है।\\
पीड़ितों को 10-10 हजार
सीएम अरविंद केजरीवाल ने बाढ़ से प्रभावित प्रत्येक परिवार को 10-10 हजार रुपये की मदद देने की घोषणा की है। रविवार को उन्होंने ट्वीट किया, कई बेहद गरीब परिवारों का काफी नुकसान हुआ है। कुछ परिवारों का तो सारा सामान बह गया। इस बीच, केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने निशाना साधते हुए पूछा कि यमुना की सफाई पर खर्च किए गए 6,800 करोड़ रुपये कहां गए।
असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर
असम के विश्वनाथ उपमंडल में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, राज्य में अभी भी 32,400 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। उपमंडल में 47 गांव बाढ़ के पानी में डूब गए हैं और 858 हेक्टेयर खड़ी फसल भी बर्बाद हो गई है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके घरों में तीन फुट तक पानी भर गया है। अभी राहत भी मिलती नहीं दिख रही है, क्योंकि पानी लगातार बढ़ रहा है। राज्य के 15 जिलों में 1.08 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। चार हजार से अधिक हेक्टेयर में फसलें बर्बाद हो गई हैं। अभी भी विभिन्न जिलों में 4,275 लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।