SSP देहरादून की कुशल रणनीती के चक्रव्यूह में फंसा शातिर भू-माफिया। झाझरा ज़मीन फर्जीवाड़े में गिरफ्तार हुआ RLD का प्रदेश महासचिव।

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फर्जी व्यक्ति खड़ा कर अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर भूमि विक्रय करने के नाम पर धोखाधडी कर पैसे हड़पने वाला एक अभियुक्त आया दून पुलिस की गिरफ्त में ।भोले भाले लोगो के साथ भूमि विक्रय के नाम पर धोखाधडी करने वालों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही के एसएसपी दून द्वारा दिये गये हैं निर्देश।

वादी श्री प्रभू दयाल रावत निवासी जलागम कालोनी कण्डोलिया पौड़ी गढवाल की शिकायत पर एस0एस0पी0 देहरादून के निर्देशों पर थाना प्रेमनगर पर दिनांक 27.07.2024 को मु0अ0स0 154/2024 धारा 420/506/120बी भादवि पंजीकृत किया गया। अभियोग की विवेचना के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आये कि अभियुक्त 1. आर्यन 2. दीपक जो आपस में सगे भाई है, द्वारा पीडित श्री प्रभू दयाल उपरोक्त से अन्य सह अभियुक्त परविंदर के साथ मिलकर सक्षमवीर पुत्र ओमवीर निवासी लोहिया पार्क चौक लखनऊ उ0प्र0 की ईस्ट होप टॉउन झाझरा स्थित भू-खण्ड को फर्जी रुप से सक्षमवीर बनकर बेच दी जिसके एवज में अभियुक्त द्वारा अन्य सह अभियुक्तों के साथ मिलकर पीडित से 19,50000 रु0 धोखा-धड़ी से प्राप्त किये गये। अभियोग में मुख्य अभियुक्तगण 1. आर्यन तथा 2. दीपक को पूर्व में दिनांक 25-09-2024 को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
पंजीकृत अभियोग में प्रकाश में आए एक अन्य अभियुक्त परविंदर चौधरी पुत्र श्री कुशलपाल सिंह निवासी अमरपुर, पो०ओ० हसनपुर कला, मेरठ, उत्तर प्रदेश हाल निवासी दिनकर विहार थाना विकासनगर, देहरादून उम्र 4० वर्ष जिसके द्वारा एक व्यक्ति को नकली सक्षमवीर बनवाया गया था की गिरफ्तारी हेतु एसएसपी देहरादून द्वारा आवश्यक निर्देश दिये गये। जिसके अनुपालन में गठित टीम द्वारा सुरागरसी पतारसी करते हुए मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त परविंदर चौधरी को हर्बटपुर धर्मावाला मार्ग से गिरफ्तार किया गया।

विवरण गिरफ्तार अभियुक्त:- परविंदर चौधरी पुत्र श्री कुशलपाल सिंह निवासी अमरपुर, पो०ओ० हसनपुर कला, मेरठ, उत्तर प्रदेश हाल निवासी दिनकर विहार थाना विकासनगर, देहरादून उम्र 40 वर्ष

उत्तराखंड की अस्थाई राजधानी देहरादून के झाझरा थाना प्रेम नगर में फर्जी कागजात बनाकर और नकली मलिक खड़ा कर जमीनी बेच दी गई 1950000 की इस ठगी में दो अभियुक्त आर्यन और उसका सगा भाई दीपक पहले ही गिरफ्तार किया जा चुके हैं जांच को आगे बढ़ते हुए एक तीसरे अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है जिसने नकली मलिक खड़ा करने के षड्यंत्र को रचा और इस ठगी को अंजाम देने में अहम रोल निभाया। यह शातिर अपराधी कोई आम आदमी नहीं बल्कि एनडीए के गठबंधन में चल रही RLD का पुराना पदाधिकारी है जो वर्तमान में प्रदेश महासचिव के अहम पद पर राष्ट्रीय लोकदल में शामिल है। जहां एक तरफ राष्ट्रीय लोकदल का शीर्ष नेतृत्व पहाड़ के चेहरे को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर उत्तराखंड को उत्तराखण्डीयत का संदेश दे रहा है वहीं दूसरी और इनमें शामिल परविंदर चौधरी जैसे लोग समाजसेवी और राजनेता की आड़ में कूटरचना कर स्थानीय लोगों की जमीन ने हड़पने और फर्जी तरीके से जमीन बेच स्थानीय लोगों को चूना लगाने का काम कर रहे हैं। 10 10 2024 को देहरादून कप्तान के आदेश से चल रही जांच में मुखबिर की सूचना पर हरबर्टपुर धर्मावाला मार्ग से परमिंदर चौधरी को गिरफ्तार किया। इसके बाद पता चला कि परविंदर चौधरी राष्ट्रीय लोकदल का पुराना कार्यकर्ता और पदाधिकारी है। सूत्रों की माने तो परमिंदर चौधरी झोलमाल के कामों में शामिल रहा है। यहां सवाल खड़ा होता है कि एक तरफ जहां दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह एनडीए सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और आरएलडी एनडीए का घटक दल तो क्या ऐसे अपराधियों को आरएलडी संगठन संरक्षण दे रहा है? उत्तराखंड के लिए कई आंदोलन कर चुके चेहरे आज आरएलडी का हिस्सा है क्या ऐसे में परमिंदर चौधरी जैसों का आरएलडी में होना उन चेहरों की साख पर बट्टा नहीं लगाएगा, जो उत्तराखंड की आवाज़ बन चुके हैं? आखिर इस मामले में आरएलडी के शीर्ष नेतृत्व का अगला कदम क्या होगा? राष्ट्र व प्रदेश का नेतृत्व अब इस मामले में क्या करेगा देखना रोचक होगा?

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