वोटर लिस्ट गड़बड़ी के चलते हरीश रावत के साथ मतदान को लेकर हो गया ‘खेला’

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देहरादून। वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की शिकायतों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ ‘खेला’ हो गया। वे दिनभर वोटर लिस्ट में नाम न होने का दावा करते रहे। बात निर्वाचन आयोग तक भी पहुंची। शिकायत पर आयोग ने वोटर लिस्ट में दो हरीश रावत ढूंढकर भी बता दिए, लेकिन दोनों कोई और ही निकले।

रावत गुरुवार सुबह मतदान के लिए आईटीआई निरंजनपुर रवाना होने की तैयारी कर रहे थे। तभी पार्टी नेता पुनीत चौधरी ने फोन पर बताया, उनका नाम वहां वोटर लिस्ट में नहीं है। रावत अभी डिफेंस कॉलोनी में रह रहे हैं, तो फिर यहां नाम तलाशा गया। यहां भी नाम नहीं मिलने की जानकारी उनके स्टाफ ने दी। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य निर्वाचन आयोग से नाम कटने की शिकायत की। उनको बताया गया कि अभी आयोग का सर्वर चल नहीं रहा है। सर्वर चलते ही उन्हें वोटर लिस्ट में उनके नाम की सही जानकारी दे दी जाएगी। इसी दौरान, आयोग ने हरीश रावत नाम के दो वोटर ढूंढकर भी बता दिए, लेकिन वह कोई और निकले। दोपहर बाद हरीश रावत अपने पुराने बूथ यानी आईटीआई निरंजनपुर भी पहुंचे, लेकिन वहां वोट नहीं होने की वजह से बैरंग लौट आए। इस बीच, मतदान की समय सीमा भी खत्म हो गई और अचानक साढ़े छह बजे जिला प्रशासन की ओर से उनके मोबाइल नंबर पर मतदाता सूची का एक पन्ना भेज दिया गया। इसमें हरीश रावत के साथ उनकी पत्नी रेणुका रावत और विधायक बेटी अनुपमा रावत का नाम नगर निकाय की मतदाता सूची में डिफेंस कॉलोनी स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल में बनाए गए बूथ पर दर्ज है।

रावत बोले-समय पर बता देते तो डाल सकता था वोट

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मैं किसी के ऊपर जान-बूझकर मुझे मतदान से वंचित करने का आक्षेप नहीं लग रहा हूं। जिलाधिकारी देहरादून ने मेरे स्टाफ को शाम साढ़े छह बजे वार्ड-76 निरंजनपुर के बजाय वार्ड-58 डिफेंस कॉलोनी की वोटर लिस्ट नाम होने की सूचना दी गई। यह जानकारी मुझे शाम चार-साढ़े चार बजे तक दे देते तो मैं वोट दे देता। वैसे मैं वर्ष 2009 से लगातार निरंजनपुर आईटीआई में वोट करते आ रहा हूं, जहां नाम नहीं था। मैंने अपना नाम स्थानांतरित करने का अनुरोध भी नहीं किया था। जो बीएलओ आवास पर आए थे, उनको भी इसे बारे में तब बता दिया था। मैं निरंजनपुर पोलिंग स्टेशन में ही अपना नाम रखना चाहता हूं।

02 नाम एक जैसे लेकिन ऐसा नहीं किया गया। पूरे देहरादून में यही हाल था। मिले दिनभ्र, शाम जो नाम मतदाता सूचियों से हटाए हैं, उनमें 90% से अधिक को स्थिति स्पष्ट लोग कमजोर वर्गों और अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े हैं।

कई जगह लोगों ने बूथों पर किया हंगामा,ब्रह्मपुरी वार्ड मैं कांग्रेस नेता पुनीत चौधरी के नेतृत्व मैं लोगों ने वोटर लिस्ट से ग़ायब नाम को लेकर सड़क जाम कर दी वहीं निरंजनपुर वार्ड के राधेश्यम बूथ में विवाद होने पर पुलिस कर्मचारियों ने प्रत्याशी समेत लोगों को परिसर से बाहर निकाला