सिडकुल में बाइक के पार्ट्स बनाने वाली तोसा कंपनी की ओर से बैंक से लिए गए पांच करोड़ के ऋण की अदायगी नहीं होने पर बड़ी कार्रवाई की गई है। तहसीलदार ने बैंक अधिकारियों के साथ कंपनी पहुंचकर मशीनों को बंद कराने के साथ ही कर्मचारियों को बाहर कर दिया। इसके बाद मशीनों और तैयार पार्ट्स की गिनती के बाद कंपनी को सील कर दिया गया। बैंक अधिकारी सील कंपनी की नीलामी कर बकाया रुपयों की वसूूली करेंगे।
बृहस्पतिवार को तहसीलदार डॉ. अमृता शर्मा, एसबीआई सेम ब्रांच (तनावग्रस्त अस्ती प्रबंधन शाखा) लुधियाना के एजीएम प्रेमनाथ, तकनीकी कर्मी, अधिवक्ता और पुलिस फोर्स के साथ सिडकुल की सेक्टर सात स्थित तोसा ट्रांसफार्मर कंपनी में पहुंच गए। टीम ने प्लांट में पहुंचकर मशीनों को बंद कराने के साथ ही काम कर रहे आठ श्रमिकों को बाहर कर दिया। मशीनों के साथ ही तैयार पार्ट्स के ढेरों की गिनती की। बैंक के एजीएम प्रेमनाथ ने बताया कि कंपनी मालिक के ऊपर बैंक का पांच करोड़ रुपयों का ऋण बकाया है। कई बार नोटिस देने के बाद भी ऋण नहीं चुकाया गया है। बीते अगस्त में कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीएम से अनुमति ली गई थी। इसके बाद अब प्रशासन की मदद से फैक्ट्री को सील किया गया है। फैक्ट्री में सामान की सुरक्षा के लिए चार गार्ड तैनात किए जाएंगे। इधर तहसीलदार डॉ. अमृता शर्मा ने बताया कि ऋण नहीं चुकाने पर कंपनी को सील करने की कार्रवाई की जा चुकी है।
साहब! कैसे चलेगी रोजी-रोटी
रुद्रपुर। तोसा कंपनी को सील किए जाने से श्रमिकों में खलबली मची हुई है। कंपनी में वर्तमान में 35 श्रमिक काम करते हैं। कंपनी से बाहर किए गए श्रमिकों ने कहा कि फैक्ट्री सील होने के बाद अब उन्हें रोजी-रोटी की चिंता सता रही है। श्रमिकों ने बताया कि कंपनी में बाइक के सिलिंडर के ब्लॉक तैयार किए जाते थे।