
विजिलेंस टीम ने जेई गिरी को उसके चैम्बर से ही अपनी गिरफ्त में लिया। वर्तमान में गिरी, पिथौरागढ़ में जेई पद पर कार्यरत है और हल्द्वानी का अतिरिक्त कार्यभार भी देख रहा था।
कुमांऊ विजिलेंस एस पी अमित श्रीवास्तव के दिशा निर्देश में टीम ने कार्यवाही की।
जानकारी के अनुसार ठेकेदार धीरेंद्र ने विजिलेंस को जेई अमित कुमार गिरी की लिखित शिकायत की थी कि वो बिल पास कराने के नाम पर साढ़े आठ हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है। धीरेंद्र ने बिजली का काम ठेके में किया था, जिसका बिल दो लाख तीस हजार रुपए बना था। जिसमे से एक लाख तीस हजार का भुगतान हो गया था, बचे एक लाख रुपए की एवज में जेई ने साढ़े आठ हजार रुपए मांगे थे। जिसकी शिकायत विजिलेंस टीम को की गई और टीम ने जेई गिरी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया