पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों से बीजेपी गदगद है. त्रिपुरा में पार्टी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है. नगालैंड में बीजेपी गठबंधन को प्रचंड जीत मिली है. इस जीत के बाद शाम को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. अपने भाषण में उन्होंने न सिर्फ लेफ्ट और कांग्रेस पर निशाना साधा, बल्कि अपने कार्यकर्ताओं को हिदायत भी दी कि वे कांग्रेस कल्चर से दूर रहें.
पीएम मोदी के भाषण के 10 बड़े संदेश
1. पीएम मोदी ने कहा कि भय और भ्रम के बीच हमारी पार्टी ने माओवादी विचार के जुल्म को सहा है, ये लोकतंत्र की ताकत है कि गरीब और अनपढ़ मतदाता ने चोट का जवाब वोट से दिया है.
2. पीएम मोदी ने कहा कि ये यात्रा NO ONE से WON और शून्य से शिखर तक की है.
3. मोदी ने कहा कि जब सूर्य अस्त होता है तो लाल रंग का होता है और जब उदय होता है तो केसरिया रंग का होता है.
4. मोदी ने कहा कि जो वास्तु शास्त्र वाले लोग होते हैं वो एक मान्यता रखते हैं कि वास्तु शास्त्र के हिसाब से इमारत की जो रचना होती है, उसमें नॉर्थ ईस्ट का कोना सबसे महत्वपूर्ण होता है. अगर एक बार नॉर्थ ईस्ट ठीक हो गया तो सब कुछ ठीक हो जाता है. आज देश का नॉर्थ ईस्ट विकास की यात्रा की अगुवाई कर रहा है.
5. मोदी ने कहा कि बहुत बड़ा नाम, चेहरा और भाषणबाजी करने वाला ही नेता नहीं होता है, जो जमीन पर काम करता है, वही नेता है. तीनों राज्य के नेताओं ने शानदार काम किया है.
6. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, त्रिपुरा की बीजेपी की चुनी हुई टीम सबसे छोटी आयु की टीम है. ये कमाल हमारी राजनीतिक बाल टीम का है.
7. मोदी ने कहा, हमारे कार्यकर्ताओं के खून की एक बूंद भी व्यर्थ नहीं जाएगी. जब मैं संगठन का काम करता था तो त्रिपुरा में हमारा संगठन काफी कमजोर था. आज हिंदुस्तान के हर कोने में बीजेपी वटवृक्ष बनकर उभरी है.
8. पीएम ने कहा, मैं अमित भाई को विद्यार्थी जीवन से जानता हूं, आज उनकी अगुवाई में जब सफलता पर सफलता मिलती है तो काफी गर्व होता है. लोग पद में ऊपर बढ़ते जाते हैं, लेकिन कद में घटते जाते हैं, कांग्रेस का कद इतना छोटा पहले कभी नहीं हुआ जितना आज हुआ है.
9. पीएम नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि देश आजाद होने के बाद जितने मंत्री नॉर्थ ईस्ट आए होंगे, उतने हमारी सरकार ने चार साल में भेजे हैं, हमारी सरकार का कोई ना कोई मंत्री हर 15 दिन में यहां आता है.
10. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण के दौरान दो बार मौन रहे. पहली बार भाणष शुरू होते ही पास की मस्जिद से अज़ान शुरू होने पर वे कुछ देर के लिए रुक गए. इसके बाद उन्होंने अपने ‘शहीद’ कार्यकर्ताओं के लिए दो मिनट का मौन रखा.