आखिरकार यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने मुलायम सिंह यादव व मायावती पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के लिए माफी मांग ली है। उन्होंने पत्र लिखकर अपना बयान जारी किया और कहा कि चार मार्च 2018 को मेरे द्वारा दिए गए बयान से कई लोगों को पीड़ा पहुंची है। इसके लिए मैं माफी मांगता हूं। मेरा मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।
नंदी ने इलाहाबाद में एक सभा में दिए गए अपने भाषण में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को रावण और बसपा सुप्रीमो मायावती को शूर्पणखा कहा था।
नंदी ने सफाई दी कि मैंने वाट्स एप पर आए एक मैसेज को पढ़ा था। जिस पर ‘बुरा न मानो होली’ शीर्षक लिखा था। उन्होंने कहा कि मैं जनतांत्रिक मूल्यों व संसदीय भाषा का सम्मान करता हूं।
आपको बता दें कि नंद गोपाल नंदी के बयान के बाद हंगामा मच गया था। जिस पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को सफाई देनी पड़ी थी। उन्होंने कहा कि पार्टी या सरकार ऐसी भाषा का समर्थन नहीं करती है। हम इस मामले के दोनों पक्षों को देखेंगे।
वहीं, केंद्रीय मंत्री श्रीकांत शर्मा ने इस पर सफाई देते हुए कहा था कि पार्टी इस तरह की भाषा को स्वीकार नहीं करती है। मामला इतना बढ़ गया था कि बसपा की इलाहाबाद इकाई ने नंदी के खिलाफ एफआईआर करवाने के लिए थाने में तहरीर दी थी जबकि सपा ने नंदी का पुतला फूंक कर विरोध दर्ज कराया।