उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं के लिए मुकम्मल यात्रा व्यवस्थाओं के लिए विभिन्न जिलों ने यात्रा प्रशासन संगठन से करीब 30 करोड़ रुपये की धनराशि मांगी है। जिलाधिकारियों की ओर से विभाग को भेजे गए प्रस्तावों में यात्राकाल में सड़क, पेयजल, बिजली, चिकित्सा और स्वच्छता जैसी मूलभूत सुविधाओं को जुटाने की बात कही गई है।
चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं के लिए जरूरी सुविधाएं जुटाने को पर्यटन विभाग ने गढ़वाल मंडल के सभी जिलों से प्रस्ताव मांगे थे। गढ़वाल मंडल के अंतर्गत आने वाले सात जिलों में से हरिद्वार को छोड़कर सभी अन्य ने प्रस्ताव भेज दिए हैं। इनमें सभी छह जिलों की ओर से करीब 30 करोड़, 43 लाख के प्रस्ताव पर्यटन विभाग को भेजे हैं। इस धनराशि से यातायात व्यवस्था, पेयजल, सफाई, बिजली, स्वास्थ्य आदि सुविधाएं जुटाई जाएंगी। प्रस्ताव में श्रद्धालुओं के ठहरने और सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी धनराशि मांगी गई है। इनमें सबसे अधिक 12 करोड़ की धनराशि की मांग रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन की ओर से की गई है।
किसने कितनी धनराशि का प्रस्ताव भेजा
रुद्रप्रयाग-12 करोड़, 45 लाख, 52 हजार
देहरादून-6 करोड़, 17 लाख, 90 हजार
चमोली-4 करोड़, 80 लाख
उत्तरकाशी-3 करोड़, 47 लाख, 8 हजार
टिहरी गढ़वाल-2 करोड़, 15 लाख, 94 हजार
पौड़ी गढ़वाल-1 करोड़, 40 लाख, 96 हजार
24 फरवरी को चारधाम यात्रा के संबंध में गढ़वाल आयुक्त की ओर से मंडल मुख्यालय पौड़ी में बैठक ली जा चुकी है। जिसमें गढ़वाल आयुक्त ने चारधाम यात्रा से संबंधित विभागों को अपने विभागीय बजट से व्यवस्थाएं जुटाने के लिए कहा है। जिलों से आए प्रस्तावों पर विचार-विमर्श के बाद धनावंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
एके श्रीवास्तव, व्यैक्तिक सहायक, यात्रा प्रशासन संगठन