शनिवार को उत्तराखंड क्रांति दल की महानगर इकाई ने द्रोण चौराहे पर प्रदेश सरकार का पुतला दहन करते हुए महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन प्रेषित किया। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार आज प्रातः 11:30 बजे बड़ी संख्या में यूकेडी कार्यकर्ता केंद्रीय कार्यालय में पहुंचे तथा प्रदेश सरकार पर लोकतांत्रिक धरना प्रदर्शन करने गैरसैंण विधानसभा कूच कर रहे कार्यकर्ताओं के साथ अभद्रता व अकारण लाठी चार्ज करने का आरोप लगाते हुए द्रोण चौराहे पहुंच कर जबरदस्त नारेबाजी के साथ प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया उत्तराखंड क्रांति दल ने महामहिम राज्यपाल महोदय को प्रेषित ज्ञापन में प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य गठन से 8 वर्ष पूर्व 1992 में बागेश्वर के उत्तरायणी मेले में उत्तराखंड क्रांति दल के थिंक टैंक स्वर्गीय श्री विपिन चंद्र त्रिपाठी द्वारा गैरसैंण को उत्तराखंड की राजधानी प्रस्तावित करते हुए एक ब्लू प्रिंट जारी किया था। उसके बाद से पूरे प्रदेश की जनता के साथ उत्तराखंड की सभी राजनीतिक पार्टियो तथा सामाजिक संगठनों ने गैरसैण के नाम पर मुहर लगाते हुए गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाए जाने की मांग करनी शुरू कर दी। गैरसैण प्रदेशवासियों के बीच एक जन भावनाओं से जुड़ा हुआ मुद्दा बन गया।राज्य गठन के बाद से 10 वर्ष उत्तराखंड में कांग्रेस तथा 7 वर्ष राज कर चुकी भारतीय जनता पार्टी ने केवल विपक्ष में रहने के दौरान गैरसैण की मांग की बात कह कर इसे मात्र एक राजनीतिक मुद्दा बना दिया। जबकि प्रदेश की जनता की भावना शुरू से ही गैरसैंण के पक्ष में रही है। लोकतांत्रिक तरीके से धरना प्रदर्शन के अधिकार के तहत उत्तराखंड क्रांति दल ने दिनांक 12 मार्च 2018 को प्रमुख सचिव उत्तराखंड शासन से भेंट करके उनसे हजारों कार्यकर्ताओं के साथ होने वाले इस कार्यक्रम हेतु जीआईसी मैदान मैं धरना प्रदर्शन की व्यवस्था हेतु अनुमति मांगने के साथ कार्यकर्ताओं की संख्या तथा कार्यक्रम की रूपरेखा साझा की थी।किंतु दुर्भाग्य पूर्ण तरीके से सरकार के इशारे पर प्रशासन ने दिनांक 20 मार्च को अनुमति न मिलने का बहाना लेकर उत्तराखंड क्रांति दल के लगभग 35 सौ कार्यकर्ताओं को जंगलचट्टी से मेहलचोरी के बीच लगभग आधा दर्जन स्थानों पर बैरीकेड डालकर रोके रखा। जिसके कारण स्थानीय जनता के अतिरिक्त मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जिससे लगभग 5 घंटे गैरसैण की दोनों ओर से सीमाएं सील रही। सरकार की ओर से मोर्चा संभाले पुलिस प्रशासन ने युकेडी नेताओं को अवगत कराया कि आपको धरना प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है। कार्यकर्ताओं को रोकने के नाम पर महिलाओं तथा बुजुर्गों से बदसलूकी की गयी। सैकड़ों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया।अनुमति के बजाय युकेडी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया गया। विधानसभा बजट सत्र के दूसरे दिन आंदोलनकारियों की कम संख्या बल देखने पर प्रशासन द्वारा पुलिस से बर्बर लाठीचार्ज कराया गया। उत्तराखंड क्रांति दल प्रदेश सरकार पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के हनन का आरोप तथा लाठीचार्ज करके लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाते हुए महोदय से निवेदन करता है कि प्रदेश सरकार पर तत्काल संवैधानिक कार्यवाही करने की महान कृपा करते हुए जन भावनाओं के अनुरूप गैरसैण को उत्तराखंड की स्थाई राजधानी घोषित कराने हेतु उचित निर्देश देने की कृपा करें।
प्रदर्शन करने वालों में महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री के साथ संरक्षक श्री बी डी रतूड़ी,दीपक गैरोला,सुरेंद्र पेटवाल, बी एस सजवान, शांति प्रसाद भट्ट ,दिनेश बड़ोला, लताफत हुसैन,सुरेंद्र बुटोला,इमरान अहमद,विजेंद्र रावत, गौरव उनियाल,ललित कुमार, ललित घिल्डियाल ,विजय क्षेत्री ,सचिन कुमार, उत्तम सिंह रावत ,मनोज ममंगाई, आलम नेगी ,विलास गौड़, रामेश्वरी चौहान, महेश्वरी देवी ,पंकज व्यास आदि शामिल थे ।