उत्तराखंड क्रांति दल ने पुलिस महानिदेशक से 34 वर्षीय पत्रकार देवेंद्र पटवाल की संदिग्ध मौत की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग करी

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  •  उत्तराखंड क्रांति दल के एक प्रतिनिधिमंडल ने उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक श्री अनिल रतूड़ी से मुलाकात करके 34 वर्षीय पत्रकार देवेंद्र सिंह पटवाल की संदिग्ध मौत की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग करी। उल्लेखनीय है कि टीवी 100 चैनल में कार्यरत देवेंद्र सिंह पटवाल नैनीताल प्रभारी थे। 1 जनवरी 2018 को दोपहर 2:30 बजे के लगभग घर से अपनी गाड़ी लेकर सुनील नामक मित्र के साथ अपने अधीनस्थ कर्मचारी मुकेश के घर बैलपड़ाव गए थे। उसी दिन रात्रि 8:00 बजे देवेंद्र सिंह पटवाल के अधीनस्थ कर्मचारी मुकेश ने फोन करके देवेंद्र की माता को बताया कि देवेंद्र की तबीयत बहुत खराब है तथा सुनील, मुकेश तथा मुकेश की पत्नी उसे एंबुलेंस में कृष्णा हॉस्पिटल लेकर आए हैं। उन्होंने देवेंद्र की माता जी को कृष्णा हॉस्पिटल पहुंचने को कहा। घर में कोई पुरुष सदस्य ना होने के कारण देवेंद्र सिंह पटवाल की माता जैसे तैसे रात्रि 9:30 बजे अस्पताल पहुंची तो वहां डॉक्टरों द्वारा बताया गया कि देवेंद्र सिंह पटवाल की मृत्यु हो चुकी है तथा देवेंद्र सिंह पटवाल का मृत शरीर उनकी माता जी को सौंप दिया। जबकि अस्पताल ले जाने वाले तीनों व्यक्तियों ने देवेंद्र सिंह की माता को मौत की जानकारी नहीं दी। देवेंद्र की माता ने देखा कि मृत देवेंद्र के नाक कान से खून बह रहा था और मुंह से पीला झाग आ रहा था तथा गला हाथ और पूरा मुंह और नाखून तक नीले पड़ गए थे। देवेंद्र के अधीनस्थ कर्मचारी मुकेश तथा उसकी पत्नी देवेंद्र की माता श्रीमती गंगा देवी के साथ मृतक शरीर को लेकर उनके पैतृक गांव खोड़ा कॉलोनी जिला गाजियाबाद पहुंचे। 9:30 बजे प्रातः मुकेश द्वारा दाह संस्कार के लिए जल्दबाजी दिखाई गई तथा बगैर किसी रिश्तेदार सगे-संबंधी के एकत्र हुए श्मशान घाट ले जाकर देवेंद्र का दाह संस्कार कर दिया। जब तक अन्य परिजन तथा रिश्तेदार श्मशान घाट पहुंचे देवेंद्र का आधा शरीर जल चुका था। मुकेश द्वारा मृतक के रिश्तेदारों को जानकारी दी गई कि देवेंद्र को दिल का दौरा पड़ा था। मृतक पत्रकार हल्द्वानी में ही किराए का मकान लेकर अपनी पत्नी के साथ रहता था और 19 दिसंबर 2017 को उसको एक बेटा पैदा हुआ था ।जिसको लेकर देवेंद्र बहुत प्रसन्न था।देवेंद्र की माता ने पुलिस महानिदेशक को बताया कि दीपावली के समय बातों बातों में देवेंद्र सिंह पटवाल ने उन्हें बताया था कि पता नहीं क्यों कुछ लोग मेरे पीछे पड़े हुए हैं और मुझे यहां से हटाना चाहते हैं। देवेंद्र ने अपनी माता को प्रदीप भंडारी और आसिफ खान नामक दो युवकों के नाम भी बताए थे।उसमें से प्रदीप भंडारी ने देवेंद्र से ₹700000 उधार लिए हुए थे। पत्रकार देवेंद्र सिंह की पटवाल की माताजी ने पुलिस महानिदेशक से पुत्र की हत्या किए जाने की आशंका जाहिर करी तथा कुछ लोगों पर नामजद संदेह जाहिर किया। उत्तराखंड क्रांति दल के प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस महानिदेशक से मामले की उच्चस्तरीय निष्पक्ष जांच की मांग की है। प्रतिनिधिमंडल के साथ देवेंद्र सिंह पटवाल की माता श्रीमती गंगा देवी भी मौजूद थी। पुलिस महानिदेशक श्री अनिल रतूड़ी ने तुरंत SSP नैनीताल को दूरभाष पर मामले की उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए तथा प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। प्रतिनिधि मंडल में महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री, यूकेडी संरक्षक श्री बी डी रतूड़ी, केंद्रीय महामंत्री जय प्रकाश उपाध्याय, वरिष्ठ नेता लताफत हुसैन, गौरव उनियाल, IT प्रभारी चंद्रप्रकाश जोशी, कमल बिष्ट आदि शामिल थे।

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