अलोकतांत्रिक ढंग से युवाओं की आवाज को कुचलते हुए शासन-प्रशासन ने नही दी “बेरोजगार युवा आक्रोश रैली” की परमिशन।
शासन-प्रशासन द्वारा कल 5 अप्रैल को बेरोजगार युवाओं को रैली के लिए परमिशन न देना अपने आप में आजाद भारत में एक अलोकतांत्रिक निर्णय है। जिसका अब पूरी उत्तराखण्ड की युवा शक्ति व्यापक स्तर से विरोध करेगी। सरकार सत्ता के दंभ पर युवाओं के कुचलने का काम कर रहें हो तो प्रदेश का युवा जरूर आपको सबक सिखाएगा।। जिसकी शुरुआत इस माह होने जा रहे नगर निकाय चुनावों से होगी।