हरिद्वार , आजकल गेहूं की फसल की कटाई का कार्य काफी तेजी से चल रहा है । सभी ग्रामीण अंचल में किसान का जोर जल्द से जल्द फसल काटने पर है ।क्योंकि मौसम का मिजाज बार-बार बदल रहा है । ऐसे में किसानों को आशंका है कि यदि गेहूं की कटाई में देरी हुई तो बारिश के कारण फसल चौपट हो सकती हैं। गुरुवार को भी गेहूं की कटाई का कार्य है चल रहा था। इसी बीच हरिद्वार के जिलाधिकारी दीपक रावत भी किसानों के बीच पहुंच गए। जब उन्होंने देखा कि किसान बड़ी ही तेजी से गेहूं की कटाई कर रहे हैं ।सब पसीने-पसीने हो रहे हैं तो जिलाधिकारी दीपक रावत पर रहा नहीं गया और वह भी किसानों के साथ गेहूं की कटाई करने में जुट गए। किसानों ने बताया कि हरिद्वार के डीएम दीपक रावत गुरुवार सुबह ज्वालापुर पहुंच गए। यहां किसानों के साथ उन्होंने गेहूं की फसल काटी। जिलाधिकारी को गेहूं काटता देख सब हैरत में पड़ गए। गुरुवार को अचानक जिलाधिकारी दीपक रावत ज्वालापुर कृषि क्षेत्र में पहुंच गए। वहां किसानों को गेहूं काटता देख जिलाधिकारी ने गाड़ी रुकवाई और किसानों के साथ गेहूं काटने बैठ गए। काफी देर तक जिलाधिकारी ने गेहूं की फसल काटी। किसानों का कहना था कि गेहूं की फसल को काटना काफी कठिन होता है। इस दौरान जिलाधिकारी ने किसानों से फसल और होने वाली आमदनी के साथ ही उनकी परेशानियों को भी पूछा। जिला अधिकारी का यह किसानी रूप देखकर किसान गदगद हो गए सभी ने उनकी वाहवाही की और कहा है कि यदि अन्य सभी अफसर भी जिलाधिकारी दीपक रावत जैसे हो जाएं तो फिर खेती-बाड़ी का विकास होने से कोई नहीं रोक सकता । किसान की अधिकतर समस्याएं भी स्वतः ही समाप्त हो जाएंगी। क्योंकि जिलाधिकारी दीपक रावत ने किसानों से गेहूं की बुवाई की तैयारियों से लेकर कटाई तक के बारे में किसानों से चर्चा की । उनसे पूछा कि उनके द्वारा फसल की बुवाई से लेकर कटाई तक जो भी लागत आई है। वह सहकारी समितियों से लिए गए ऋण के द्वारा लगाई गई है या फिर अन्य फसलों को बेचकर गेहूं की फसल पर खर्च किया गया है।