29 अप्रैल को दिल्ली में होने जा रही कांग्रेस की जन आक्रोश रैली के बाद संगठन में कई बदलाव होने के आसार हैं। चुनाव वाले राज्यों में संबंधित प्रमुख कमेटियों के गठन के साथ कुछ राज्यों में अध्यक्ष भी बदले जाने हैं। बदलावों के बाद कार्यसमिति के नए सदस्यों की घोषणा भी होनी है। मध्यप्रदेश, हरियाणा के साथ यूपी में भी नेतृत्व परिवर्तन के संकेत हैं।
कमलनाथ को वापस मध्यप्रदेश भेजने की खबरें कई महीनों से चल रही हैं। सूत्रों की मानें तो उन्हें अहम जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। अन्य बड़े नेताओं को भी चुनावी दृष्टि से महत्वपूर्ण कमेटियों का जिम्मा सौंपने की तैयारी है। कांग्रेस अध्यक्ष ने हाल ही में राज्य से जुड़े सभी नेताओं से चर्चा की है। छुट्टी से लौटे दिग्विजय सिंह ने भी अपना पक्ष केंद्रीय नेतृत्व के सामने रखा है।
उधर हरियाणा में प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर को लेकर लंबे समय से खींचतान चल रही थी, लिहाजा वहां भी नेतृत्व परिवर्तन अवश्यंभावी है। चूंकि तंवर गुर्जर जाति के हैं इसलिए जातीय संतुलन बनाए रखने के लिए अनुसूचित जाति वर्ग की कुमारी शैलजा का नाम सबसे आगे है। उम्मीद जताई जा रही है कि 15 मई तक कार्यकारी की भी घोषणा कर दी जाएगी।