उत्तराखंड क्रांति दल ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए नगर निगम के वार्ड आरक्षण में धांधली का आरोप लगाया एवं आपत्ति दर्ज कराई

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आज दिनांक 1 मई 2018 को उत्तराखंड क्रांति दल की महानगर इकाई में सचिवालय कूच के माध्यम से सचिवालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन करते हुए नगर निगम के वार्ड आरक्षण में धांधली का आरोप लगाते हुए आपत्ति दर्ज कराई। आज 12:00 बजे उत्तराखंड क्रांति दल के सैकड़ों कार्यकर्ता महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री तथा दल के संरक्षक श्री बी डी रतूडी जी के नेतृत्व में गांधी पार्क मैं एकत्रित हुए तथा नगर निगम एवं जिला प्रशासन सहित शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रैली के रूप में सचिवालय कूच किया। इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री ने कहा कि वार्डों के आरक्षण में तमाम खामियां सामने आईं हैं। वार्ड 91 चंद्रबनी में पिछड़ी जाति के वोटरों का प्रतिशत अधिक होने के बावजूद सामान्य घोषित कर दिया गया। जबकि वार्ड 92 आरकेडिया-1 में पिछड़ी जाति के वोटरों का प्रतिशत कम होने पर इसे पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित कर दिया गया है। इसी की तरह कई अन्य वार्डों में यही खामियां सामने आईं है। यह आरक्षण की नियमावली 2013 के मानकों के विपरीत है। नियमावली के मुताबिक जहां जिस जाति के वोटरों प्रतिशत ज्यादा है, वहां उसी जाति के लिए आरक्षण तय किया जाना चाहिए था।
आरक्षण के लिए कराए गए ओबीसी रैपिड सर्वे के बाद कई वार्डों में नियत किए गए आरक्षण पर सवाल खड़े होने लगे हैं। चंद्रबनी वार्ड की बात करें तो यहां कुल वोटर 9,954 हैं, जिसमें पिछड़ी जाति के 2,858 वोटर हैं, जिनका कुल प्रतिशत 28.71 है। जबकि चंद्रबनी को सामान्य के लिए आरक्षित किया गया है। वहीं, वार्ड 92 आरकेडिया-1 में कुल वोटर 10367 हैं। इसमें से 2229 वोटर पिछड़ी जाति के हैं, जिनका कुल प्रतिशत 21.50 है। इसके बावजूद आरक्षण में नियमावली के विपरीत वार्ड-5 धौरण खास में अनुसूचित जाति के वोटरों का प्रतिशत 16.15 है। इसके बावजूद वार्ड को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया है। वहीं, वार्ड-17 चुक्खूमोहल्ला में अनुसूचित जाति के वोटरों का प्रतिशत 24.38 है, इसके बावजूद वार्ड को अनारक्षित रखा गया है। इसी तरह वार्ड-51 वाणी विहार में 21.22 फीसदी अनुसूचित जाति के वोटर है, फिर भी वार्ड को अनारक्षित रखा है। वार्ड-78 टर्नर रोड में 61.28 अनुसूचित जाति के वोटर है, इसके बावजूद वार्ड को सामान्य घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल ने नगर निगम सीमा विस्तार का जनहित में जबरदस्त विरोध किया था।किंतु सरकार ने जल्दबाजी में नगर निगम एवं नगर पंचायतों सीमा विस्तार जबरदस्ती कर दिया है।जिसके कारण जनहित की सुनवाई नहीं हो पाई है जो लोकतांत्रिक व्यवस्था पर प्रश्नचिंह है।इसके पश्चात सरकार द्वारा अपने चहेतों को चुनाव लड़ाने के लिए वार्ड का आरक्षण मनमाने ढंग से कर दिया गया।जिससे इनके प्रत्याशियों को लाभ पहुंच सके। उत्तराखंड क्रांति दल सरकार से मांग करता है कि उनके द्वारा किस आधार पर आरक्षण लागू किया गया है उसका श्वेत पत्र जारी किया जाना आवश्यक है। इसका उत्तराखंड क्रांति दल घोर विरोध करता है और आपत्ति दर्ज करता है कि इस प्रस्तावित आरक्षण को तत्काल निरस्त किया जाए एवं सभी वार्डोंं का का ठोस आधार बनाकर पुनः आरक्षण किया जाए।इस ज्ञापन के माध्यम से उत्तराखंड क्रांति दल दो वार्डोंं के आरक्षण पर गहरी आपत्ति दर्ज करता है।
१- यह कि वार्ड संख्या 5 धोरण खास को तत्काल सामान्य किया जाना इसलिए उचित है कि इस वार्ड में अनुसूचित जनजाति के लोग कम मात्रा में निवास करते हैं। इस वार्ड को सामान्य कर इसका नाम कंडोली वार्ड किया जाना आवश्यक है।
२-यह की वार्ड संख्या 81 रेस कोर्स उत्तर पूर्व में महिला आरक्षित रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पूर्व में महिला पार्षद द्वारा इस वार्ड में कोई विकास कार्य नहीं कराए गए 28 वार्ड को पुनः महिला वार्ड करने से वार्ड नंबर 81 विकास कार्य के संदर्भ में 10 वर्ष पीछे चला जाएगा। वर्तमान में इस वार्ड को सामान्य श्रेणी में रखा जाना चाहिए था।
उत्तराखंड क्रांति दल मांग करता है कि इस वार्ड को तत्काल सामान्य सामान्य करने की कार्रवाई की जाए एवं वार्ड संख्या 81 एवं 5 को तत्काल सामान्य किया जाना आवश्यक है।यदि इस पर सुनवाई नहीं होती तो उत्तराखंड क्रांति दल भविष्य में उग्र आंदोलन करेगा। सचिवालय के नजदीक पुलिस प्रशासन द्वारा यूकेडी कार्यकर्ताओं को रोके जाने के बाद कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक हुई कार्यकर्ताओं ने महानगर अध्यक्ष के साथ लगभग 1 घंटे पुलिस बैरिकेड पर धरना दिया। उसके बाद जिला प्रशासन के प्रतिनिधि के तौर पर पहुंचे तहसीलदार एस एस राणा को ज्ञापन सौंपा गया दल के संरक्षक श्री बीडी रतूड़ी ने कहा उत्तराखंड क्रांति दल लगातार आपत्तियों की सुनवाई के दौरान मौजूदा वार्ड आरक्षण का विरोध पूरे दमखम के साथ करेगा। उन्होंने बताया कि वार्ड आरक्षण की खामियां सामने आने के बाद यूकेडी ने वार्ड आरक्षण का विरोध करने के कारण 1 मई से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम गांव बसाओ, प्रदेश बचाओ कार्यक्रम 8 मई तक स्थगित कर दिया है। आज सचिवालय कूच के दौरान महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री के साथ,श्री बी डी रतूड़ी ,ग,ौ उनियाल हरीश पाठक जय प्रकाश उपाध्याय बी के पाल श्रीमती रेखा मियां रामेश्वरी चौहान लताफत हुसैन मुनफैद अहमद ,सुनील ध्यानी ,वीरेंद्र बिष्ट, सुरेंद्र रावत,समीर मुखर्जी, राजेश्वरी रावत,बिना भंडारी,रूबी खान,लक्ष्मी ,अतुल राणा ,गौरव उनियाल, महेश्वरी देवी, अनीता शास्त्री ,सरिता पुरोहित, आफताब, यशोदा ,शराफत अली आदि के साथ सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे।

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