देहरादून – कुछ दिन पूर्व MDDA कलोनी डालनवाला देहरादून में कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा फातिमा मस्जिद को नुकसान पहॅंुचाने की नियत से उपद्रव (बबाल) किया जिसपर दोनों समुदाय में झड़प हुई। देहरादून पुलिस द्वारा दोनों पक्षों को वहां से खदेड़ दिया गया व जांच बैठा दी गई।
उपजिलाधिकारी देहरादून प्रत्युष सिंह द्वारा मस्जिद को लेकर बेतुका बेबुनियाद आदेष जारी किया गया कि उक्त मस्जिद में पिता पुत्र व नमाज पढाने वाले ईमाम ही नमाज पढ़ सकते हैै। उसके अलावा कोई भी कलोनी वासी उक्त मस्जिद में नमाज अदा नहीं करेगा। व उसके बाद से देहरादून पुलिस द्वारा विधिवत रुप से संचालित हो रही मस्जिदों की पर्मिशन दिखाने को लेकर व मस्जिदों में कोन-कोन नमाज पढ़ता है।जैसे बेबुनियादी तरीके से परेशान किया जा रहा है व दबाव बनाया जा रहा है। जो कि देहरादून पुलिस व उच्च अधिकारियों पर राज्य सरकार का दबाव है बताकर उक्त कृत्य कर रही है। जिसके खिलाफ शहर काजी मो0 अहमद काषमी,व शहरे मुफ्ती सलीम अहमद व मुफ्ती रहीष अहमद व कांग्रेस नेता आजाद अली व वसीम अहमद,इल्यास अंसारी,षाहनवाज,शहर की मस्जिदों के जिम्मेदारान आदि सैकड़ों लोगों के साथ जिलाधिकारी देहरादून व वरिष्ट पुलिस अधिक्षक देहरादून से संयुक्त बैठक कर मांग रखी गई,उपजिलाधिकारी द्वारा एम0डी0डी0ए0 कालोनी की मस्जिद को लेकर दिये गये उक्त आदेष को निरस्त किया जाये व एल0आई0यू0 व क्षेत्रीय पुलिस जो कुछ मस्जिदों के ईमाम व मस्जिदों के जिम्मेदारान को पर्मिशन के नाम पर परेषान कर रही है। उक्त कृत्य फौरन बंद किये जाए। क्योंकि मंदिर मस्जिद जैसी जगहों को किसी भी रुप में परेषान करना जन हित में नही है व ज्यादातर मंदिरों मस्जिदों के स्थल बिना नाम की भूमियों पर ही बने हैं। व मंदिरों मस्जिदों को बनाने को लेकर पूर्व से ही कोई परमिषन की प्रक्रिया नहीं है। यदि उक्त कृत्यों पर अंकुष न लगा तो समुदाय कठोर कदम उठाने के लिये मजबूर होगा।