शहर में जहां ट्रैफिक निदेशालय ओर ट्रैफिक पुलिस के कर्मी CPU कर्मियों के साथ मिलकर तप्ति धूप में ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए काम रही हैं। वही दूसरी और देहरादून की जनता सरेआम अपनी जान से खिलवाड़ करते हुए ट्राफीक नियमो की धज्जियां उड़ा रहे हैं। सीपीयू कर्मी जहां दिन भर जगह जगह डिवाइडर के बीच बनाये हुए कटों को कंक्रीट के डिवाइडर लगाकर बन्द करते हैं जिससे बेवजह जाम की स्तिथि पैदा न हो । लेकिन शाम होते होते ही सड़क से गुजरने वाले बाइकर्स अपनी सहुलियत अनुसार अपनी गाड़ियों को बीच से निकालने के चक्कर में डिवाइडर उठा कर बीच सड़क में रख देते हैं है। जिससे कभी भी एक बड़ा हादसा हो सकता है और सड़क से गुजरने वाले वाहन रात में दुर्गतन ग्रस्त हो सकते हैं। तो सवाल उठता है कि जब हमें सुविधाएं विदेशों जैसी चाहिए तो कानून का पालन भी उसी तरह से करना होगा और सबसे बड़ा सवाल अगर कोई हादसा होता है तो डिवाइडर से छेड़छाड़ करने वालो के खिलाफ कार्यवाही क्यों न हो ।