आज की पत्रकार वार्ता में उक्रांद संरक्षक एवं पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष श्री त्रिवेंद्र पंवार ने कहा की उत्तराखंड क्रांति दल उत्तरकाशी में घटित दलित नाबालिग बालिका के साथ घटी विभत्स दुष्कर्म हत्याकांड की कड़ी निंदा करता है।उल्लेखनीय है कि घटना की सूचना प्राप्त होते ही उक्रांद सुप्रीमो दिवाकर भट्ट के निर्देशानुसार दल के माननीय संरक्षक श्री त्रिवेंद्र पंवार की अगुवाई में केंद्रीय महामंत्री जयदीप भट्ट,देहरादून महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री तथा ऋषिकेश नगर अध्यक्ष मोहित डोभाल का एक 4 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल उत्तरकाशी के डुंडा ब्लाक के भाकड़ा हीटानु गांव में उक्त कांड में अपनी पुत्री को खो बैठे दलित परिवार के घर पहुंचा। ग्रामीणों द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग जाम किए जाने के कारण लगभग डेढ किलोमीटर पैदल चलकर प्रतिनिधिमंडल ने पीड़िता की मां दुलारी तथा पिता दिनेश लाल से घटना की जानकारी तथा घटनास्थल का दौरा करके गहनता पूर्वक किए गए विश्लेषण पर पाया कि पीड़ित परिवार की दयनीय आर्थिक व सामाजिक स्थिति, सरकार द्वारा की गई घोर उपेक्षा तथा पहाड़ों की लचर कानून व्यवस्था पूरे कांड की पूर्ण रूप से जिम्मेदार है। उक्रांद प्रदेश के मुखिया की दलित व गरीब परिवार को सांत्वना देने के बजाय अपनी साख बचाने का असफल प्रयास करने के लिए पांच पर्वतीय जनपदों पर घटना के तत्काल बाद इंटरनेट सेवाएं बंद करने की कार्रवाई को गैर जिम्मेदाराना कार्यवाही मानता है।कानून व्यवस्था का आलम यह है कि ग्रामीणों द्वारा गांव की सीमाएं चारों ओर से सील किए जाने के बावजूद वारदात के 48 घंटे से ज्यादा गुजरने पर भी पुलिस केवल अंधेरे में ही तीर चला रही है। इस घृणित कांड को सरकार जिस तरीके से हल्के में ले रही है वह अति निंदनीय विषय है।जिस तरीके से अपने परिजनों के बीच सो रही अबोध बालिका का अपहरण करके दुष्कर्म व हत्या कांड को अंजाम दिया गया वह सरकार के बेटी बचाओ अभियान की पोल खोलने के लिए काफी है। घटनाक्रम का एक दुखद पहलू यह भी है कि पूरे परिवार अपने जर्जर पुश्तैनी मकान के किसी भी समय जमीदोज हो जाने के भय से इन दिनों बरामदे में ही रात गुजर रहा था। जिस कारण दरिंदों को वारदात को अंजाम देने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी। सरकार द्वारा संपूर्ण घटनाक्रम में चुप्पी साधने से ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर चल रहे ग्रामीणों के धरने पर पहुंचे उक्रांद प्रतिनिधिमंडल से स्थानीय महिलाओं ने अपने हाथों की चूड़ियां उतारकर मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आग्रह तक कर डाला। आज की पत्रकार वार्ता के माध्यम से उक्रांद सरकार से मांग करता है कि सरकार तत्काल पीड़ित परिवार को कम से कम 2000000 रुपए की मुआवजा राशि प्रदान करें। उक्रांद यह भी घोषणा करता है कि जब तक अपराधी पकड़े नहीं जाएंगे तब तक दल सरकार के विरोध में राज्यव्यापी धरने प्रदर्शन आयोजित करता रहेगा और अगर शीघ्र ही मासूम बालिका के गुनहगार पकड़े नहीं गए तो उत्तराखंड क्रांति दल प्रदेश बंद का आह्वान करेगा।