इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस)कई बार गुजरेगा आसमान से …. उत्तर भारत वासी बिना टेलीस्कोप और दूरबीन के देख सकते हैं।

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इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) 19 अक्तूबर से 26 तक कई बार उत्तर भारत के आसमान से गुजरेगा। इसे उत्तराखंड से सुबह 05:38 से 05:50 बजे तक दक्षिण-पूर्व में 17 डिग्री पर देखा जा सकता है। यह आसमान में तारे से भी ज्यादा चमकीला और हवाई जहाज से भी तेज उड़ता हुआ नजर आएगा, जिसे बिना टेलीस्कोप और दूरबीन के लोग नंगी आंखों से देख सकते हैं। 21 अक्तूबर को यह सबसे ज्यादा चमकीला नजर आएगा। इसे सुबह 05:38 से 05:44 बजे के बीच दक्षिण-पूर्व में 67 डिग्री एंगल पर देहरादून से देखा जा सकता है।

आईएसएस को अंतरिक्ष को करीब से समझने के लिए नवंबर 1998 में स्थापित किया गया था। धरती से करीब 420 किलोमीटर ऊपर स्थापित स्पेस स्टेशन 17500 मील प्रति घंटा की रफ्तार से पृथ्वी के चक्कर लगा रहा है। यह एक दिन में करीब 16 चक्कर लगाता है। इसलिए स्टेशन में रहने वाले अंतरिक्ष यात्री एक दिन में 16 बार सूर्योदय और सूर्यास्त देख सकते हैं। स्पेस स्टेशन को ट्रेक करने के लिए वेबसाइट spotthestation.nasa.gov पर जाएं। स्पेस स्टेशन आपके शहर के ऊपर से किस दिन और कितने बजे गुजरेगा इसकी जानकारी इस वेबसाइट से मिल जाएगी। इसके लिए मोबाइल एप आईएसएस डिटेक्टर (ISS Detector) भी डाउनलोड किया जा सकता है।

मानव का बनाया सबसे बड़ा उपग्रह

आईएसएस मानव का बनाया अब तक का सबसे बड़ा उपग्रह है। यह विश्व की कई स्पेस एजेंसियों का संयुक्त उपक्रम है। इसे बनाने में संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के नासा के साथ रूस की रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी, जापान की एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी सहित कनाडा और यूरोपीय देशों की संयुक्त स्पेस एजेंसी ने सहयोग किया है। इसमें हर समय छह से सात अंतरिक्ष यात्री रहकर शोध आदि करते हैं। साथ ही स्टेशन की मरम्मत आदि के लिए समय-समय पर स्पेस वॉक भी करते हैं।

21 से 26 अक्तूबर के बीच कई बार आएगा नजर
दिन समय दिशा
22 अक्तूबर सुबह 4:52 से 4:56 दक्षिण-पूर्व/31डिग्री
23 अक्तूबर सुबह 4:07 से 4:08 पूर्व/14डिग्री
सुबह 5:40 से 5:45 पश्चिम-उत्तर/30डिग्री
24 अक्तूबर सुबह 4:55 से 4:58 उत्तर/50डिग्री
25 अक्तूबर सुबह 5:43 से 5:45 पश्चिम-उत्तर/11डिग्री
25 अक्तूबर सुबह 4:58 से 4:59 उत्तर/13डिग्री

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