आप पार्टी लडेगी किसानों की कानूनी लडाई, किसानों को मुहैया कराएगी कानूनी मदद

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आप पार्टी का लीगल विंग लडेगा किसानों के हक की लडाई, इच्छुक किसानों को पूरी मद्द करेगी आप पार्टी

भाजपा नेताओं के आरोपों और गालियों से तंग आकर कई किसानों ने किया कोर्ट जाने का फैसला, आम आदमी पार्टी कानूनी लड़ाई में देगी किसानों का साथ

भाजपा के नेताओं की अपमानजनक, निंदनीय और कलंकित करने वाली टिप्पणियों के खिलाफ अदालत का रुख करने वाले किसानों को कानूनी सलाह और सहायता देगी आम आदमी पार्टी

भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने आंदोलन कर रहे किसानों को आतंकवादी, देशद्रोही, गुंडा, दलाल और चीन-पाकिस्तान का एजेंट बताया, अब किसान अदालत में इंसाफ चाहते हैं।

क्या भाजपा को हमारे देश के किसान आतंकवादी लगते हैं? किसान अब और अपमान व गालियां नहीं सहने वाले हैं, किसान अब न्याय के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाना चाहते हैं ।

देहरादून। आप प्रदेश उपाध्यक्ष रजिया बेग और प्रवक्ता संजय भट्ट ने प्रदेश कार्यालय में एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया, जिसमें उन्हें किसानों को लेकर एक प्रेस वार्ता की।

इस दौरान आप पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय भट्ट ने कहा कि आज किसानों की स्थिति बहुत ज्यादा दयनीय हो गई है और इस स्थिति के लिए सिर्फ केंद्र की मोदी सरकार जिम्मेदार है, उन्होंने कहा कि आज स्थिति यह हो गई है कि किसान लगातार सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद भी केन्द्र के मंत्री और कई बीजेपी सांसद किसानों को आंतकवादी, खालिस्तानी कह कर संबोधित कर रहे हैं। केन्द्र और बीजेपी के नेताओं द्वारा किसानो पर कई गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। किसान आज इस सर्दी के मौसम में अपने हक हकूकों के लिए सडकों पर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं, लेकिन इसके बावजूद भी केन्द्र सरकार को किसान आतंकवादी और खालिस्तानी नजर आ रहे हैं।

प्रवक्ता भट्ट ने कहा कि बाॅर्डर पर किसान शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन जारी रखे हुए हैं, लेकिन केन्द्र सरकार आज तमाम किसानों को देशद्रोही करार दे रही है। अब आप पार्टी ने फैसला कर लिया है कि, किसानों के हक को लेकर आम आदमी पार्टी किसानों के साथ खड़ी है और जो भी किसान भाई अपनी लड़ाई को कानूनी रूप से लडना चाहते हैं आप पार्टी उन किसानों की इस लडाई में हर संभव मदद् के लिए प्रतिबद्ध है।

संजय भट्ट ने कहा कि किसानों पर लगातार अत्याचार किए जा रहे हैं, उन पर पानी की बौछारें छोडी जा रही हैं,उन पर आंसू गैसे के गोले दागे जा रहे हैं और किसान दिल्ली तक ना पहुंच सकें तो सडकें तक खुदवा दी गई। लेकिन केन्द्र सरकार ये समझ ले कि किसान को किसी भी सूरत में दबाया नही जा सकता और अब जो भी किसान इस सरकार से कानूनी रुप् से लडने का मन बना चुके हैं उनके साथ आप पार्टी पूरी तरह से खडी है। और हर किसान को कानूनी मदद पार्टी उपलब्ध कराएगी। कैसे बड़े-बड़े नेताओं के दबाव के बावजूद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को 9 स्टेडियमों को जेल में तब्दील नहीं होने दिया। “जिस तरह से श्री अरविंद केजरीवाल जी के कहने पर आम आदमी पार्टी के सभी सदस्य सेवादार की भूमिका में दिल्ली के बॉर्डर पर लंगर से कंबल, पानी से शौचालय तक की मूलभूत सुविधाएं दे रही है, वैसे ही आम आदमी पार्टी किसानों को अब अदालत में कानूनी सहायता देगी।”

भट्ट ने कहा कि बीजेपी के 20 से ज्यादा नेताओं ने तथाकथित तौर पर देश के किसानों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया है। जैसे- केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आरोप लगाया कि, ‘यह आंदोलन अब किसानों का नहीं रह गया, इसमें अब वामपंथी और माओवादी शामिल हो गए हैं। आंदोलन के जरिए राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों को जेल से छुड़ाने की मांग की जा रही है।’ बीजेपी के सांसद गिरिराज सिंह का आरोप है कि, ‘किसान आंदोलन में विदेशी ताकतें घुस रही हैं, खलिस्तान और शरजील इमाम के पोस्टर लगाए जा रहे हैं।’ भाजपा के दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी ने आरोप लगाया है कि, ‘किसानों के इस आंदोलन को पाकिस्तान और कनाडा से फंडिंग की जा रही है।’ बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि, ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग, किसानों के आंदोलन को दूसरे शाहीन बाग में बदल रहा है।’ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि, ‘उनके पास ऐसी रिपोर्ट्स हैं, जिससे पता चला है किसानों के आंदोलन में खलिस्तानी भी शामिल हैं।’ केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया है कि, ‘किसानों के आंदोलन के पीछे टुकड़े-टुकड़े गैंग का हाथ है।’ योगी सरकार में वन पर्यावरण राज्य मंत्री अनिल शर्मा ने उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन कर रहे किसानों को गुंडा कहा था। उनका कहना था कि, “आम किसानों ने ये प्रदर्शन नहीं किया है, ये सिर्फ कुछ गुंडे हैं जो प्रदर्शन कर रहे हैं, इनका काम सिर्फ अव्यवस्था फैलाना है।” “इन नेताओं के नाम किसानों ने ही आम आदमी पार्टी को दिए और बताया कि कैसे उनके आंदोलन को कलंकित करने की कोशिश की जा रही है।

इस दौरान आप प्रदेश उपाध्यक्ष रजिया बेग ने कहा कि केंद्र सरकार कई वार्ताओं के बाद भी किसानों पर कोई फैसला नहीं ले पाई है ,जो वाकई में दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होने बीजेपी नेतओं द्वारा किसानों पर टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि जिन किसानों का पैदा किया हुआ अन्न, पूरा देश खाता है वही आज किसान को गाली दे रहे हैं, तो ऐसे लोगों के खिलाफ किसानों के साथ आप पार्टी खडी है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी किसानों का साथ इसलिए दे रही है ताकि किसानों को उनका हक जल्द से जल्द मिल सके। जो तीनों कानून केंद्र द्वारा किसानों के लिए बनाए गए, वह सभी काले कानून किसानों के धुर विरोधी हैं, जिससे किसान बर्बादी के कगार पर पहुंच जाएगा। लेकिन केंद्र की सरकार जानबूझकर किसानों को बर्बाद करने पर तुली है।

उन्होंने कहा कि आप पार्टी के केंद्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने और पूरी आम आदमी पार्टी में यह बीड़ा उठाया है, किसानों को उनका हक हर तरीके से मिल सके । इसीलिए पूरी आम आदमी पार्टी सड़क से लेकर सदन तक किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। केंद्र सरकार से किसानों को कोई उम्मीद नहीं बची है इसलिए आम आदमी पार्टी अपने लीगल विंग के माध्यम से किसानों की लड़ाई ना सिर्फ राजनीतिक तौर पर लड़ेगी बल्कि आप पार्टी इस लड़ाई को कानूनी रूप से भी लड़ने जा रही है, ताकि केंद्र गलत तरीके से किसानों पर यह तीन बिल ना थोप सके और किसानों को उनका हक जल्द मिल सके। प्रदेश वार्ता के दौरान सरदार गुरनैन सिंह भी उपस्थित रहे।

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