ऋषिकेश। चमोली के रैणी गांव में आई आपदा के बाद से राफ्टिग कारोबार में काफी हद तक कमी आई है। गंगा के पानी के तेज बहाव के डर के चलते पर्यटक राफ्टिग से दूरी बनाए हुए हैं। जहां पहले राफ्टिंग को लेकर उत्साहित रहते थे वही अब दिनभर में इक्का-दुक्का राफ्टें ही गंगा में नजर आ रही हैं। इससे राफ्टिंग से जुड़े कारोबारियों में मायूसी हैं। कोरोना महामारी के बाद राफ्टिंग का कारोबार फिर से रफ्तार पकड़ रहा था। लेकिन रविवार को चमोली के रैणी गांव में आई आपदा की घटना के बाद राफ्टिंग कारोबार पर असर पड़ा है। घटना के दो दिन बाद राफ्टें गंगा में उतारी गई। लेकिन आपदा का डर पर्यटकों को अब भी सता रहा है। इस कारण राफिटिग को कम ही पर्यटक पहुंच रहे हैं। राफ्ट संचालक जीतपाल, मुकेश कंसवाल ने बताया कि चमोली में आई आपदा के चलते पर्यटक राफ्टिंग से डर रहे हैं। अभी तक
ऋषिकेश में जलस्तर नहीं बढ़ा है।