हरिद्वार में गुरुवार को मौनी अमावस्या के स्नान पर्व पर लाखों श्रद्धालुओं में गंगा में पुण्य की डुबकी लगाई। कोविड-19 गाइड लाइन की सख्ती और कोरोना की नेगेटिव जांच के बिना हरिद्वार न आने की प्रशासनिक सलाह को श्रद्धालुओं ने नहीं माना। ब्रह्मकुंड हरकी पैड़ी पर गंगा में सुबह शुरू हुआ गंगा स्नान का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। इस दौरान गंगा घाट हर-हर गंगे और जय मां गंगे के जय घोष से गुंजायमान रहे। मौनी अमावस्या के स्नान पर सीमा और हरकी पैड़ी पर कोरोना की रैंडम जांच की गई। आईजी संजय कुंजवाल ने बताया कि गुरुवार शाम की गंगा आरती तक 3.76 लाख लोगों ने हरिद्वार में गंगा स्नान किया। गुरुवार को यूपी, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात जैसे विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु हरकी पैड़ी पर गंगा की निर्मल धारा में डुबकी लगाने पहुंचे। सुबह होते ही हरकी पैड़ी और आसपास के गंगा धादों में श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होने लगा। हालांकि भीड़ कम होने के कारण ट्रैफिक प्लान को लागू नहीं किया गया अमावस्या के स्नान के लिए कुंभ मेला पुलिस के अलावा केपीय सुरक्षा एजेंसी, जिले की पुलिस फोर्स तैनात की गई थी।
मेलाधिकारी दीपक रावत, मेला आईजी संजय गुंज्याल, जिलाधिकारी सी रविशंकर, एसएसपी सेथिल अवूदई कृष्णराजएस, एसएसपी मेला जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया।