नैनीताल. उत्तराखंड के नैनीताल में 16 अगस्त को होटल में 30 साल की दीक्षा की मौत मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. नैनीताल पुलिस ने हत्या के आरोपी इमरान उर्फ ऋषभ को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया है. इमरान ने दीक्षा की हत्या करने की बात को कबूल लिया है. 16 अगस्त को मल्लीताल क्षेत्र में दिल्ली की 30 साल की दीक्षा की लाश होटल ग्लैक्सी में बंद कमरे में पड़ी मिली, सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची तो महिला का शव बिस्तर पर पड़ा था. इस दौरान एक साल से दीक्षा के साथ लिविंग रिलेशन में रह रहा आरोपी इमरान गायब हो गया था, साथ में आये अन्य दो साथियों से भी पुलिस ने पूछताछ की.
रुद्रपुर से आई फोरेंसिक टीम ने जांच के लिए सैम्पल लिए और कुछ सामान को भी अपने कब्जे में ले लिया है. होटल से CCTV फुटेज को भी पुलिस ने जांच के लिए निकाला है. हालांकि इमरान ने होटल में ग्लैक्सी में अपनी पहचान छुपाकर राह रहा था. अन्य दो साथियों ने अपना पहचान पत्र होटल को दिया
गाजियाबाद से इमरान गिरफ्तार
पुलिस ने हत्या के बाद गायब इमरान को दबोचने के लिए टीम गठित की तो गाजियाबाद से इमरान उर्फ ऋषभ को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस गिरफ्त में आने के बाद इमरान ने माना कि काफी समय से दीक्षा के साथ अनबन थी. 15 अगस्त की रात भी उनके बीच कहासुनी हो गयी, जिसके बाद उसने गला दबाकर दीक्षा की हत्या कर दी. आरोपी इमरान ने माना कि वो दीक्षा से पीछा छुड़वाना चाहता था, जिसकी वजह से आवेश में आकर हत्या कर दी गयी. दरअसल मल्लीताल कोतवाली में पुलिस एसपी क्राइम बाइट दे ही रहे थे तो कुछ पुलिस कर्मी प्रेस खत्म होने से पहले ही आरोपी को बाहर की तरफ ले जाने लगे. इस दौरान वहां एकत्र हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आरोपी की पिटाई शुरू कर दी, किसी तरह पुलिस ने आरोपी इमरान को बचाया जिसके बाद कोर्ट में पेश किया गया. हालांकि नैनीताल एसपी क्राइम देवेंद्र पिंचा ने कहा कि लव जिहाद जैसी कोई घटना नहीं है. एक साल से दोनों एक दूसरे के बारे में जानते हैं और मृतका को भी इसका नाम इमरान होने की बात की जानकारी थी. इमरान का नाम इसलिए बदला गया था कि वो दिल्ली में दीक्षा के फ्लैट्स में आसानी से रह सके.