स्थान नैनीताल।
रिपोर्ट । ललित जोशी।
नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल व उसके आसपास देर रात तक रामलीला का मंचन किया जा रहा है। इधर नैनीताल सरोवर नगरी में चार स्थानों पर जिसमें श्री राम सेवक सभा , आदर्श कमेटी सूखाताल, तल्लीताल रामलीला, के अलावा नव सांस्कृतिक सत्संग समिति में भी रामलीला का दौर जारी है। नव सांस्कृतिक सत्संग समिति में राम ने सीता से जोड़ा नाता ।तो रावण का हुआ अपमान। देश देश के राजा महाराजा आये न हिल्ला सके शिव धनुष को तो चिंतित हो जनक महाराज कह दिया गुससे में कोई ऐसा क्षत्रिय बलवान नही है। जो धनुष को तोड़ सके । जनक के वचन को सुनकर लक्ष्मण को आ गया गुस्सा कहने लगे में पूरे ब्रह्मांड को उठाकर इधर उधर कर दूं। भगवान राम ने स्थिति को संभाल लिया और गुरु विश्वामित्र से आज्ञा माँग कर शिव धनुष को तोड़ दिया। शिव के परम भक्त परशुराम को जब पता चला तो भयंकर क्रोध में आकर तहस नहस करने के लिये पहुंच जाते हैं। और जमकर नोक झोंक शुरू हो जाती है। तभी लक्ष्मण और अधिक परशुराम राम को क्रोधित कर देते हैं। पर भगवान श्री राम यहाँ भी अपनी वाणी से परशुराम का मन जीत लेते हैं। तब जाकर राम का सीता से शुभविवाह संम्पन्न हो जाता है। इधर नव सांस्कृतिक सत्संग समिति के कलाकारों को सजाने व सवारने का सबसे बड़ा महत्व होता है। जिसमे शेखर जोशी, इन्द्र सिंह रावत, दीपक जोशी अपना विशेष सहयोग करते आ रहे हैं। वही हारमोनियम में समिति अध्यक्ष खुशाल रावत, हिम्मत सिंह व तबले में समिति के महासचिव पूरन चन्द्र पांडे, गोरव जोशी, संतोष पंत सहयोग कर रहे हैं। यहाँ सैकड़ों की संख्या में लोगों ने रामलीला मैदान में आकर रामलीला का मंचन देखा। जिसमें राम की भूमिका में हिमांशु बिष्ट, लक्ष्मण मोहित सुयाल, सीता माता कुमारी भूमिका, भरत रोनिक सिंह बोरा, शत्रुघन दयाल सिंह, गुरु विस्वामित्र दीपक जोशी,जनक ललित मोहन पांडे, सुनैना कुमारी बबिता, परशुराम कुणाल जोशी, रावण कपिल बिष्ट, वाणासुर मनीष कुमार, इसके अलावा सीता की सहेली कुमारी भूमि बुडलाकोटी, कुमारी अनुजा बिष्ट, ने मंचन कर लोगों के देर रात तक रामलीला देखने के लिए बाध्य कर दिया । सभी पात्र कलाकारों ने अपना अपना मंचन कर जनता की वाहवाही बटोरी।इस अवसर पर तमाम समिति के सदस्य मौजूद रहे।