जम्मू-कश्मीर के डीजी जेल हेमंत कुमार लोहिया की हत्या मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने मुख्य आरोपी यासिर अहमद को गिरफ्तार कर लिया है। उससे इस संबंध में पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि आरोपी यासिर जम्मू के काना चक्क में खेत में छिपा था।
अपराध स्थल से काना चक्क की दूरी करीब 12 किलोमीटर है और यह सीमांत क्षेत्र है। ऐसे में हो सकता है कि आरोपी सीमा पार भागने की भी फिराक में हो, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे धर पकड़ा है। उधर, पुलिस ने राजीव खजुरिया के दो पीएसओ को भी पूछताछ के लिए सोमवार रात में साथ ले गई थी। इनमें से एक राजीव खजुरिया भाई है। बताया जा रहा है कि दोनों को सुबह छोड़ दिया गया है।
सोमवार रात जम्मू-कश्मीर के डीजीपी जेल हेमंत कुमार लोहिया की गला रेत कर हत्या कर दी गई। हत्यारे ने डीजीपी का कांच की बोतल से गला रेता। साथ ही पेट और बाजू पर कई वार किए। हत्यारे ने शरीर पर केरोसिन छिड़क कर जलाने की भी कोशिश की। एडीजीपी जम्मू मुकेश सिंह ने बताया कि डीजीपी लोहिया का नौकर यासिर अहमद इस वारदात का मुख्यारोपी है। आरोपी रामबन का रहना वाला है। वह करीब 6 महीने से उनके घर में काम कर रहा था। प्रांरंभिक जांच में पता चला है कि यासिर व्यवहार में काफी अक्रामक था। वह अवसाद में भी था।
पुलिस ने आरोपी नौकर की तस्वीरें जारी की हैं। आज गृहमंत्री अमित शाह भी जम्मू-कश्मीर दौरे पर हैं। वह आज राजोरी में जनसभा को संबोधित करेंगे। इसे देखते हुए जम्मू और राजोरी के कुछ हिस्से में इंटरनेट सेवा को आंशिक रूप से बंद कर दिया गया है।
शुरुआती जांच में आतंकी घटना के सबूत नहीं
वहीं, डीजीपी जम्मू कश्मीर दिलबाग सिंह ने अपराध स्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण मामला है। इसमें मुख्यारोपी डीजीपी लोहिया का हेल्पर यासिर अहमद है। वहीं, आतंकी लिकं के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तक की जांच में कोई आतंकी लिंक के सबूत नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि आतंकी संगठन बेशर्मी से हर अपराध को अपने नाम करने की कोशिश में रहता है। मामले में अभी जांच जारी है। आरोपी की मानसिक स्थिति को दर्शाने वाले कुछ दस्तावेजी सबूतों के अलावा अपराध के हथियार को भी जब्त कर लिया गया है।
डीजी जेल लोहिया के घर पहुंचे मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता एवं अन्य अधिकारी – फोटो : अमर उजाला
कब और कहां हुई हत्या
जानकारी के अनुसार, डीजीपी लोहिया दोमाना क्षेत्र के उदयवाला में सोमवार रात दोस्त राजीव खजूरिया के घर पत्नी के साथ गए थे। खाना खाने के बाद उन्होंने घरेलू नौकर यासिर को मसाज करने के लिए कहा। इसके बाद दोनों कमरे में चले गए। कुछ देर बाद डीजीपी की चीख सुनकर दोस्त तथा उसके परिवार वाले नीचे आए। पाया कि दरवाजा अंदर से बंद था। उसे तोड़कर वे कमरे में दाखिल हुए तो डीजीपी को रक्तरंजित हालत में पड़े पाया। उनके गला रेतने समेत शरीर पर कई जगह धारदार हथियार से वार के निशान थे। पेट पर भी चोट के निशान मिले। सिर भी जला हुआ था।
शव को जलाने की कोशिश
उनके शरीर का एक हिस्सा जला मिला है। पुलिस ने मौके पर केरोसीन की बोतल भी बरामद की है। डीजीपी के दोस्त राजीव खजूरिया का भाई राजू खजूरिया पुलिस में एसपीओ है, जो फिलहाल राजीव का पीएसओ भी है। सूत्रों ने बताया कि डीजीपी की गला रेतकर हत्या के बाद तकिये और कपड़े पर केरोसीन से आग लगाकर शव को जलाने की कोशिश की गई। वहीं, बताते हैं कि कमरे का दरवाजा जब तोड़ा गया तब तक यासिर पीछे के दरवाजे के रास्ते भाग निकला था।
टीआरएफ ने ली हत्या की जिम्मेदारी
उधर, मामले में टीआरएफ ने बयान जारी करके कहा है कि हमारे स्पेशल स्क्वायड ने जम्मू के उदयवाला में खुफिया ऑपरेशन को अंजाम दिया है। डीजी पुलिस जेल हेमंत कुमार लोहिया की हत्या कर दी। आतंकी संगठन का कहना है कि हाई प्रोफाइल ऑपरेशन की यह शुरुआत है। साथ ही चेतावनी दी है कि हम कहीं भी किसी पर भी हमला कर सकते हैं।