एक नए शोध में सामने आया है कि हार्ट अटैक के शिकार ऐसे लोगों में जिनके पैर अधिक मजबूत हैं, उनमें आगे चलकर हार्ट फेल होने की संभावना कम होती है। इसे देखते हुए शोधकर्ताओं ने हार्ट अटैक के शिकार लोगों को जांघों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए स्ट्रेंग्थ ट्रेनिंग एक्सरसाइज जैसे स्क्वाट, हिप थ्रस्ट आदि की सलाह दी है।
इस शोध में 2007 से 2020 के बीच मायोकार्डिनल इंफ्रेक्शन (हार्ट अटैक) से पीड़ित अस्पताल में भर्ती 932 मरीजों को शामिल किया गया था। भर्ती होने के दौरान इनमें हार्ट फेल्योर से जुड़े कोई लक्षण मौजूद नहीं थे। इनकी औसत आयु 66 वर्ष थी। इनमें 753 पुरुष थे।
यह रिपोर्ट हार्ट फेल्योर 2023 : साइंटिफिक कांग्रेस आफ द यूरोपियन सोसायटी आफ कार्डियोलाजी पराग्वे में प्रकाशित हुई। इसमें कहा गया कि पैर की मजबूती मायोकार्डिनल इंफेक्शन के बाद हार्ट फेल होने जैसे हालात बनने से रोकता है। शोध से जुड़े केनसुके यूनो ने कहा कि पांव की मांसपेशियों की ताकत का पता लगाकर हम हार्ट अटैक के शिकार व्यक्ति में हार्ट फेल्योर जैसी स्थिति विकसित होने का पता लगा सकते हैं। उसके स्वास्थ्य की विशेष निगरानी कर सकते हैं। पांव की मजबूती का पता लगाने के लिए व्यक्ति को कुर्सी पर बिठाकर जांघ की मांसपेशियों में पांच सेकेंड के लिए खिंचाव पैदा करने के लिए कहा जाता है। इस तरह दोनों पैरों की शक्ति का पता लगाया जाता है। इसके बाद उसकी औसत शक्ति निकाली जाती है। (आइएएनएस)