भाजपा नेता पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन एक बार फिर चर्चा में हैं। वजह है विकास कार्यों का श्रेय लेने की होड़ को लेकर उनकी और खानपुर विधायक के बीच कई दिनों से सोशल मीडिया पर चली आ रही जुबानी जंग कुश्ती के अखाड़े तक पहुंच गई। हालांकि, पूर्व और वर्तमान विधायक आमने-सामने नहीं आए। उनके समर्थकों ने नेहरू स्टेडियम रुड़की के अखाड़े में अलग-अलग समय पर पहुंचकर एक-दूसरे को दो-दो हाथ करने के लिए ललकारा। दोनों के बीच तेज हुई रस्साकसी से राजनीतिक माहौल गरमा गया है।
एक माह पूर्व खानपुर में आयोजित दिव्यांग शिविर में उमेश समर्थकों द्वारा चैंपियन समर्थकों के खिलाफ केस दर्ज कराए जाने पर जंग और भी तेज हो गई। चैंपियन ने सोशल मीडिया पर उमेश के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए तो उमेश कुमार ने रुड़की में उनके खिलाफ प्रेस वार्ता की। दोनों एक-दूसरे के खिलाफ उनके द्वारा किराए गए विकास कार्यों का श्रेय लेने का आरोप लगा रहे हैं।
लेकिन पिछले दो दिनों से दोनों ने सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के परिवार पर भी आक्रामक हमला करना शुरू कर दिया। लेकिन स्थिति इस समय जंग में तब्दील होती दिखी, जब विधायक उमेश कुमार के समर्थकों ने शनिवार को सुबह 11 बजे रुड़की नेहरू स्टेडियम के अखाड़े में पहुंचने की चुनौती दे डाली। जिसके बाद तय समय पर उमेश के समर्थक पहुंचे और चैंपियन के खिलाफ नारेबाजी की। शाम चार बजे चैंपियन के समर्थक भी स्टेडियम पहुंचे और विधायक के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस और खुफिया विभाग भी एक्शन में आ गया। लेकिन दोनों के समर्थकों का आमना-सामना नहीं होने से पुलिस ने राहत की सांस ली। वहीं, दोनों जनप्रतिनिधियों का आमना-सामान देखने के लिए लोगों की स्टेडियम में भीड़ जुटी रही।
सामाजिक मर्यादाएं लांघ रही राजनीति
राजनीतिक के बरख्श जुबानी जंग ने सामाजिक मर्यादाओं को भी शर्मशार कर दिया है। दोनों जनप्रतिनिधियों के वीडियो सुनेे जाएं तो उनमें शब्दों की मर्यादा सीमाएं लांघती सुनी जा रही हैं। चैंपियन विधायक उमेश कुमार पर कभी उनके शरीर को लेकर तो कभी परिवार की पृष्ठभूमि पर टिप्पणी कर रहे हैं तो उमेश कुमार भी दिल खोलकर चैंपियन का मखौल उड़ाते नजर आ रहे हैं।
फिर याद आई चैंपियन-कर्णवाल की जंग
उत्तराखंड राज्य गठन के बाद करीब तीन साल पहले चैंपियन और पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल के बीच छिड़ी जंग ने सभी चौंका दिया था। उस समय भी दोनों के बीच लड़ाई अखाड़े तक पहुंच गई थी। यहां तक कि एक-दूसरे ने मूंछ मुंडवाने देने तक की चेतावनी दे डाली थी। उस समय राज्य की राजनीति में दो विधायकों के बीच सबसे बड़ी जुबानी जंग माना गया था। लेकिन अब फिर से उसी तरह की जंग देखने को मिल रही है।