पालिका में शामिल करने के विरोध में ग्रामीणों का धरना

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जन संघर्ष समिति की ओर से 13 ग्राम सभाओं को नगर पालिका में मिलाए जाने के विरोध में ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया। इससे पहले दुगालखोला क्षेत्र के लोग जुलूस लेकर धरना स्थल पर पहुंचे और सभा की। सभा में वक्ताओं ने कहा कि जो परिसीमन किया गया वह गलत और राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए किया गया। ग्रामीणों ने परिसीमन को लेकर आठ फरवरी को सांसद अजय टम्टा के आवास में और नौ फरवरी को क्षेत्रीय विधायक रघुनाथ सिंह चौहान के घर मेें धरना देने का ऐलान किया।
गांधी पार्क में धरना स्थल पर हुई सभा में ग्रामीणों ने परिसीमन को राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित बताते हुए शासनादेश को निरस्त करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक शासनादेश को निरस्त नहीं किया जाता वह लोग धरना प्रदर्शन करते रहेंगे और न्यायालय में भी गुहार लगाएंगे। वक्ताओं ने कहा कि वह किसी भी कीमत में अपने गांवों को पालिका में शामिल नहीं होने देंगे। इस दौरान निर्णय लिया गया कि बड़ी संख्या में ग्रामीण आठ फरवरी को सांसद अजय टम्टा के आवास में और नौ फरवरी को क्षेत्रीय विधायक रघुनाथ सिंह चौहान के घर मेें धरना देंगे। जिसके लिए उन्होंने ग्रामीणों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का अनुरोध किया। सभा में ज्येष्ठ उप प्रमुख महेश चंद्र, दुगालखोला की प्रधान मीरा देवी, खगमराकोट की प्रधान रंजना टम्टा, रैलापानी की प्रधान रिंकू आर्या, पूर्व विधायक मनोज तिवारी, राजेंद्र बाराकोटी, घनश्याम गुरुरानी, दीपा गुरुरानी, आशा थापा, दीपा जोशी, मीनू दुर्गापाल, चंद्रा ऐरी, दीपा पांडे, भगवती कपकोटी, मुकेश जोशी, केपी जोशी, कमलेश तिवारी, नरेंद्र प्रसाद, हीरा राम, देवेंद्र लाल, जानकी बिष्ट, दीपा वर्मा, सरिता भंडारी, राधिका आर्या आदि मौजूद थे। अध्यक्षता सुंदर नाथ ने और संचालन चंदन रावत ने किया।

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