देहरादून, चिन्हीकरण की रुकी प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर उत्तराखंड निर्माण सेनानी मंच का क्रमिक अनशन जारी रहा। आंदोलनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना दिया।
शनिवार को शहीद स्थल पर आंदोलनकारियों ने धरना दिया। कहा कि सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही है। पूर्व में भी कई बार शासन को पत्र भेजने के अलावा सचिवालय कूच किया जा चुका है, लेकिन इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। बार-बार मिल रहे आश्वासन के बाद आंदोलनकारी खुद को ठगा महसूस कर रहें हैं। मंच के अध्यक्ष नंदाबल्लभ पाण्डे ने कहा कि लगातार धरना देने के बाद भी सरकार आंदोलनकारियों के हित में कार्य नहीं कर रही है। आंदोलनकारियों के आश्रितों को नौकरी में छूट देने और गांवों को आंदोलनकारी का दर्जा देने के लिए सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए। कहा कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। क्रमिक अनशन पर विजयलक्ष्मी लखेड़ा, सुरेन्द्र रावत, गायत्री बिष्ट, रामेश्वरी नेगी, अनिता शर्मा, सावित्री देवी गुसाईं, गीता देवी, आशा बिष्ट, पूनम मुंडेपी आदि बैठे।